मेडिकल कालेज से लखनऊ वापस हो गए 50 वेंटीलेटर

पिछले साल पीएम केयर फंड से शासन ने भेजे थे 114 वेटीलेंटर जरूरत न होने पर प्राचार्या ने भेजा था पत्र अब 15 जाएंगे प्रयागराज।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 06:11 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 06:11 AM (IST)
मेडिकल कालेज से लखनऊ वापस हो गए 50 वेंटीलेटर
मेडिकल कालेज से लखनऊ वापस हो गए 50 वेंटीलेटर

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: बीते दस महीनों से पैक पड़े वेंटीलेटर्स अब लखनऊ के मरीजों के काम आएंगे। पीएम केयर फंड से भेजे गए 114 में 50 वेंटीलेटर लखनऊ के कैंसर इंस्टीट्यूट भेज दिए गए हैं। इसके अलावा 15 वेंटीलेटर प्रयागराज भेजे जाने की तैयारी है।

बीते साल कोरोना संक्रमण को लेकर पीएम केयर फंड से सभी मेडिकल कालेजों में वेटीलेंटर की आपूर्ति की गई थी। दो साल पहले बनाए स्वशासी राजकीय मेडिकल कालेज के लिए 114 वेंटीलेटर भेजे गए । इससे पहले यहां पर केवल नौ वेंटीलेटर थे। वेंटीलेटर आने के बाद से कोरोना का संक्रमण घटता गया और वेंटीलेटर रखे रहे। इसके बाद मेडिकल कालेज प्रशासन ने

चिकित्सा शिक्षा विभाग को पत्र भेजकर 50 वेंटीलेटर अन्य किसी जरूरतमंद संस्थान को देने का अनुरोध किया था।

मेडिकल कालेज प्राचार्या डा.संगीता अनेजा ने बताया कि पिछले सप्ताह 50 वेंटीलेटर लखनऊ के कैंसर इंस्टीट्यूट को भेज दिए गए हैं। इसके अलावा 15 वेंटीलेटर प्रयागराज भेजे जाना था। स्थानीय प्राइवेट कोविड हास्पिटल को प्रशासन के कहने पर दो वेटीलेंटर दिए हैं। वर्तमान में कोविड हास्पिटल में 13 मरीज वेंटीलेटर पर हैं।

- जरूरत के हिसाब से होता है इस्तेमाल.. प्राचार्या का कहना है कि वेंटीलेटर की जरूरत हर मरीज को नहीं होती। क्रिटिकल मरीजों के लिए वेंटीलेटर लगाए जाते हैं। उनके पास पर्याप्त संख्या में एनेस्थेटिक और प्रशिक्षित स्टाफ है। कोविड हास्पिटल के नीचे तल पर पैक वेंटीलेटर इसलिए रखवाए गए हैं, ताकि सुरक्षित रहें।

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40 वार्ड का बेड शुरू

जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: कोरोना के संदिग्ध रोगियों को भर्ती करने के लिए बनवाया गया 40 बेड का वार्ड शनिवार को चालू हो गया। पहले दिन यहां 11 रोगी भर्ती कराए गए। वार्ड शुरू होने के बाद सरकारी ट्रामा सेंटर में मरीजों की भीड़ कम होगी।

कोरोना की दूसरी लहर में ओपीडी बंद होने के बाद सरकारी ट्रामा सेंटर पर मरीजों की भीड़ हो गई थी। जगह की कमी के कारण ब्रेंच, स्ट्रेचर और व्हील चेयर पर इलाज चल रहा था। मरीजों की होने वाली मौत के बाद आए दिन हंगामे हो रहे थे। ट्रामा सेंटर में लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या को देखते हुए सदर विधायक मनीष असीजा ने टीबी वार्ड के ऊपर खाली पड़े हाल में 40 बेड का आपात चिकित्सा कक्ष बनाने का प्रस्ताव दिया था। इसके बाद अन्य विभागों के सहयोग से एक सप्ताह में काम पूरा गया। शनिवार को वार्ड बनने के बाद 11 मरीज सरकारी ट्रामा सेंटर से शिफ्ट किए गए।

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