वैक्सीन के लिए युवाओं में दिखा जोश, केंद्रों पर लगी रही कतार

13 सरकारी अस्पतालों में 18 प्लस आयु से ज्यादा के युवाओं को लगी वैक्सीन जनप्रतिनिधियों ने किया अभियान का शुभारंभ कई केंद्रों पर ही अव्यवस्थाएं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 06:16 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 06:16 AM (IST)
वैक्सीन के लिए युवाओं में दिखा जोश, केंद्रों पर लगी रही कतार
वैक्सीन के लिए युवाओं में दिखा जोश, केंद्रों पर लगी रही कतार

जागरण टीम, फीरोजाबाद : कोरोना से जंग में अब वैक्सीन की जरूरत समझ में आने लगी है। 18 प्लस लोगों को वैक्सीन लगने की अनुमति के पहले दिन केंद्रों पर लंबी कतारें लगी रहीं। पहले से रजिस्ट्रेशन कराने वालों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई। अभियान का शुभारंभ जनप्रतिनिधियों द्वारा कराया गया।

देश में 16 जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण के दूसरे चरण में 45 से अधिक आयु के लोगों को टीका लगाया जा रहा था। कोरोना की दूसरी लहर से मचे कोहराम से निपटने के लिए सरकार ने 18-44 आयु वर्ग की शुरूआत की। सोमवार सुबह नौ बजे से जिले में 13 केंद्रों पर वैक्सीनेशन शुरू हुआ। स्वशासी राजकीय मेडिकल कालेज हास्पिटल, टूंडला सीएचसी और शिकोहाबाद संयुक्त जिला अस्पताल के बाहर सुबह युवक-युवतियों की कतार लगी रही। मेडिकल कालेज हास्पिटल में एक केंद्र पर सिर्फ युवक-युवतियों को टीका लगाया जा रहा था, जबकि दूसरे केंद्र पर सभी आयु वर्ग का वैक्सीनेशन किया गया। शहर में नगर विधायक मनीष असीजा, शिकोहाबाद में विधायक डा. मुकेश वर्मा, सिरसागंज में सांसद डा.चंद्रसेन जादौन, जसराना में नगर पंचायत अध्यक्ष अवनीश गुप्ता ने अभियान का शुभारंभ किया। जसराना, उसायनी, सिरसागंज, जाटऊ, धनपुरा, अरांव, मदनपुर, दीदामई, नगला बरी और रामनगर सरकारी अस्पताल में भी टीके लगाए गए। वैक्सीन लगने के आधा घंटे तक निगरानी की गई। - बिना रजिस्ट्रेशन कराए भी पहुंचे थे कई

18 प्लस के टीकाकरण के लिए पहले पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य था। मगर कई केंद्रों पर आन द स्पाट रजिस्ट्रेशन की उम्मीद के साथ युवा पहुंच गए, लेकिन उन्हें लौटा दिया गया। वहीं कई ऐसे भी थे, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन करवाया था, मगर मैसेज में तारीख नहीं आई थी, उन्हें भी वैक्सीन नहीं लगी। - जसराना में पहले हुए एंटीजन टेस्ट, फिर लगी वैक्सीन

जसराना सीएचसी पर वैक्सीन लगाने से पहले एंटीजन टेस्ट कराया गया। इसके बाद वैक्सीन लगी। हालांकि अन्य किसी केंद्र पर ऐसा नहीं हुआ। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह का कोई नियम नहीं है। -शारीरिक दूरी का नहीं हुआ पालन, नहीं थे डाक्टर

वैक्सीन लगवाने के बाद आधा घंटे तक आब्जर्वेशन रूम में बिठाया जाता है। यहां डाक्टरों की ड्यूटी रहती है, लेकिन आब्जर्वेशन रूम में कई घंटे तक डाक्टर नहीं थे। वहीं मेडिकल कालेज अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ डा. एलके गुप्ता अकेले रहे। वहीं भीड़ ज्यादा होने के चलते शारीरिक दूरी का नियम हर जगह टूटा।

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कोरोना से बचाव को टीकाकरण बहुत जरूरी है। पहला डोज लगवाने के बाद अब मैं निश्चिंत हो गया हूं। सरकार का धन्यवाद।

अमन गोस्वामी, महावीर नगर सबको समझना होगा कि कोरोना से बचने के लिए वैक्सीन जरूरी है। वैक्सीन लगवाने के बाद मुझे कोई परेशानी नहीं हुई। सभी लगवाएं।

अभिषेक जैन, महावीर नगर - टीका लगवाते समय मन में किसी प्रकार का भय नहीं था। युवाओं को भी टीका लगवाने की शुरुआत करने के लिए मैं सरकार को धन्यवाद देती हूं।

मनी गौर, शिकोहाबाद - कोरोना वैक्सीनेशन से आत्मविश्वास बढ़ा है। वैक्सीन लगवाने के बाद राहत महसूस कर रही हूं। सबको आगे आना चाहिए।

श्रुति, तहसील परिसर टूंडला - घर में 45 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन पहले ही लग गई थी। दूसरी लहर डरावनी है, अब मुझे भी वैक्सीन लग गई है। बचाव ही सुरक्षा है।

तारांशा शर्मा, टूंडला

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वर्जन

जिले में युवाओं में वैक्सीनेशन के प्रति उत्साह नजर आया। हर जगह लंबी कतार लगी रही। वहीं दूसरी डोज वालों को भी वैक्सीन लगाई गई। जिले के किसी केंद्र पर परेशानी की खबर नहीं आई। मैंने भी वैक्सीनेशन सेंटरों का निरीक्षण किया है। वैक्सीन लगवाने के लिए पहले रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।

डा. नीता कुलश्रेष्ठ, सीएमओ

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