नकली सोना गिरवी रख प्रधान ने ठगे 40 लाख

जागरण संवाददाता फतेहपुर चौक बाजार में सराफा व्यवसायियों ने नकली सोना गिरवी रखकर लाखों रुपये ठगने वाले ठग गिरोह का खुद भंडाफोड़ किया है। एक ग्राम प्रधान एवं उसके साथी को पकड़ पुलिस के हवाले कर दिया। पकड़े दोनों आरोपितों के साथ ही कुल पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पकड़े गए आरोपितों में मलवां थाना क्षेत्र के करसवां ग्राम प्रधान विजयकरन राजपूत व आवास विकास कालोनी निवासी लक्ष्मीकांत दुबे हैं। चौक में कई सराफा व्यवसायियों को नकली सोना पकड़ा लाखों रुपये ऐंठ चुके ये दोनों शनिवार को सराफा व्यवसायी पप्पन रस्तोगी के घर कुछ जेवर लेकर पहुंचे थे। उन्होंने आसपास के दूसरे व्यवसायियों को सूचना देकर बुला लिया। विजयकरन और लक्ष्मीकांत को एक कमरे में बंद कर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने पहुंचकर दोनों को हिरासत में ले लिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 11:04 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 06:05 AM (IST)
नकली सोना गिरवी रख प्रधान ने ठगे 40 लाख
नकली सोना गिरवी रख प्रधान ने ठगे 40 लाख

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : चौक बाजार में सराफा व्यवसायियों ने नकली सोना गिरवी रखकर लाखों रुपये ठगने वाले ठग गिरोह का खुद भंडाफोड़ किया है। एक ग्राम प्रधान एवं उसके साथी को पकड़ पुलिस के हवाले कर दिया। पकड़े दोनों आरोपितों के साथ ही कुल पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

पकड़े गए आरोपितों में मलवां थाना क्षेत्र के करसवां ग्राम प्रधान विजयकरन राजपूत व आवास विकास कालोनी निवासी लक्ष्मीकांत दुबे हैं। चौक में कई सराफा व्यवसायियों को नकली सोना पकड़ा लाखों रुपये ऐंठ चुके ये दोनों शनिवार को सराफा व्यवसायी पप्पन रस्तोगी के घर कुछ जेवर लेकर पहुंचे थे। उन्होंने आसपास के दूसरे व्यवसायियों को सूचना देकर बुला लिया। विजयकरन और लक्ष्मीकांत को एक कमरे में बंद कर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने पहुंचकर दोनों को हिरासत में ले लिया। देर रात पप्पन रस्तोगी की तहरीर पर प्रधान विजयकरन कुशवाहा, महेश कुशवाहा, लक्ष्मीकांत दुबे, सूर्यकांत, शशिकांत पुत्रगण लक्ष्मीकांत दुबे व इनके अज्ञात साथियों पर धोखाधड़ी, फर्जी कूटरचित दस्तावेज तैयार करने व जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया गया।

पप्पन रस्तोगी ने बताया कि ये ठग अंगूठी, चेन, झुमका, मंगलसूत्र आदि नकली सोना गिरवी रखकर उनसे चार लाख 80 हजार, आनंद स्वरूप रस्तोगी से नौ लाख, काशी ज्वैलर्स से साढ़े चार लाख, गहना भंडार से साढ़े चार लाख, हरिनारायण गुप्त से साढ़े तीन लाख रुपये, अतुल रस्तोगी से साढ़े सात लाख, संजय गुप्ता से 70 हजार, मनीष बिलंदा से तीन लाख रुपये ठग लिए थे। आरोपित गहनों में नकली हॉल मार्क की मुहर लगाकर लाते थे। हॉल मार्क देखकर सोने की जांच किए बिना भरोसा कर उन्हें बिना कैश या फिर चेक दे दिया जाता था। बाद में जांच में सोना नकली निकला। शहर कोतवाल रवींद्र श्रीवास्तव ने बताया कि पकड़े गए दो ठगों से पूछताछ की जा रही है। इनके साथियों को पकड़ने के लिए छापेमारी कराई जा रही है।

ऐसे करते थे ठगी

गिरोह का महेश कुशवाहा लखनऊ व कानपुर से नकली ज्वैलरी लाकर देता था। आठ से 10 सदस्यों के गिरोह के सदस्य सराफा कारोबारियों के पास जाकर घरेलू समस्या बताकर ज्वैलरी गिरवी रखते थे। ज्वैलरी पर हॉलमार्क की नकली मुहर के साथ ही भरोसा दिलाने के लिए जेवर खरीद की रसीद भी देते थे। कोतवाल रवींद्र श्रीवास्तव के मुताबिक ऐसी आशंका है कि दूसरे शहर में भी गिरोह ठगी कर चुका है। छानबीन की जा रही है।

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