बारिश से तौल ठप, भीगा किसानों का गेहूं

जागरण टीम फतेहपुर पहले ही सरकारी बदइंतजामी से अन्नदाता मुश्किल में था बारिश के बाद

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 07:37 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 07:37 PM (IST)
बारिश से तौल ठप, भीगा किसानों का गेहूं
बारिश से तौल ठप, भीगा किसानों का गेहूं

जागरण टीम, फतेहपुर : पहले ही सरकारी बदइंतजामी से अन्नदाता मुश्किल में था, बारिश के बाद हजारों क्विंटल गेहूं एक बार फिर क्रय केंद्रों में भीगने से अन्नदाताओं को कुदरत के कहर से भी जूझना पड़ा। अब केवल मंडी समितियों के 13 केंद्रों पर ही खरीद हो रही है। ऐसे में अपनी उपज का वाजिब मूल्य लेने के लिए बारी का इंतजार कर रहे किसानों को जोर का झटका लगा है। शुक्रवार को सुबह से ही रुक-रुककर हो रही बारिश ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। हालांकि, उमसभरी गर्मी से लोगों को खासी राहत मिली।

शुक्रवार की सुबह से ही मौसम का मिजाज बदल गया। आसमान में बादलों की आहट के बाद शुरू हुई बारिश दिन भर होती रही। न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ लेने के लिए क्रय केंद्रों पर हजारों क्विंटल गेहूं अब भी पड़ा हुआ है। हालांकि, अब 44 केंद्रों को बंद कर दिया गया है, अब केवल मंडी समितियों के 13 केंद्रों चल रही खरीद शुक्रवार को बारिश के चलते ठप रही। नवीन गल्ला मंडी बिदकी में संचालित गेहूं खरीद केंद्र में पूरे दिन तौल बंद रही। क्रय केंद्र में पड़ा किसानों को करीब दो सौ क्विंटल से अधिक गेहूं भीग गया। बारिश के कारण केंद्र में सुबह से न किसान पहुंचे और न ही तौल करने वाले श्रमिक। केंद्र प्रभारी मोहम्मद उस्मान ने बताया कि गेहूं को ढक दिया गया था। इस कारण किसानों को बहुत नुकसान नहीं होगा। ढेर के किनारे कुछ गेहूं भीगा हो होगा। फतेहपुर मंडी के सभी तीन कांटों में तौल बंद रही। किसानों का डंप गेहूं अनवरत बारिश से भीग गया। उधर, खागा व किशुनपुर मंडी में बारिश कम होने पर कुछ किसानों का गेहूं तौला गया। टोकन लिए भटक रहे हैं किसान

गेहूं खरीद की मनमानी से किसानों का भरोसा टूट रहा है। असोथर ब्लाक के परसेठा के किसान रामप्रताप, रामदास, विशुनदयाल ने मुख्यमंत्री पोर्टल में भेजी शिकायत में कहा कि आठ जून का गेहूं खरीद का टोकन दिया गया तो वह आठ जून को ही जागेश्चवर धाम के यूपीएसएस केंद्र में गेहूं लेकर पहुंच गए। दो सौ रुपया प्रति क्विंटल की मांग न पूरी करने पर उनका गेहूं नहीं तौला गया। कहा कि उनकी मेहनत की कमाई का गेहूं बारिश में बर्बाद हो रहा है। मांग किया कि किसी मंडी में उनके गेहूं की तौल कराई जाए। 10 हजार एमटी गेहूं केंद्रों में डंप

किसानों का खरीदा गया गेहूं सुरक्षित करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। मानसून की दस्तक हो गई है और अभी दस हजार एमटी गेहूं भंडारित नहीं हो पाया है। जबकि अभी 13 केंद्रों में खरीद चल रही है। जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे ने खरीदे गए गेहूं को जल्द भंडारित करने के निर्देश दिए हैं।

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