अल्ट्रासाउंड सेवा रही ठप, वार्ड में कराहते रहे मरीज

जागरण संवाददाता फतेहपुर आम जन की स्वास्थ्य सुविधा के लिए संचालित जिला अस्पताल में मनमानी

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 07:30 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 07:30 PM (IST)
अल्ट्रासाउंड सेवा रही ठप, वार्ड में कराहते रहे मरीज
अल्ट्रासाउंड सेवा रही ठप, वार्ड में कराहते रहे मरीज

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : आम जन की स्वास्थ्य सुविधा के लिए संचालित जिला अस्पताल में मनमानी के कारण बेहतर उपचार नहीं मिल पा रहा है। गुरुवार को जिला अस्पताल की अल्ट्रासाउंड सुविधा दिन भर ठप रही। उधर, वार्ड में डॉक्टरों की नजरअंदाजी से मरीज कराहते रहे, जबकि जिला अस्पताल के ही अधिकांश चिकित्सक निजी प्रैक्टिस में तल्लीन दिख रहे हैं। इन हालातों का खामियाजा मुख्य रूप से मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।

सुबह आठ बजे से शुरू होने वाले अस्पताल में इस समय कोविड प्रोटोकाल के कारण ओपीडी बंद चल रही है, लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि डॉक्टरों की छुट्टी है। सीएमएस ने इमरजेंसी के लिए दो चिकित्सकों की ड्यूटी ट्रामा सेंटर में लगा रखी है जबकि तीन डॉक्टरों की ड्यूटी वार्ड में है साथ ही चार डॉक्टरों को ऑनकाल रखा गया है। बावजूद इसके चिकित्सक अपनी तय ड्यूटी पर मौजूद नहीं रहते हैं। ड्यूटी से नदारत रहने के कारण गुरुवार को जिला अस्पताल और महिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड नहीं हुए। यहां पहुंचने वाले मरीज इधर-उधर भटकते रहे। खागा से आई सुमन देवी अल्ट्रासाउंड के लिए कभी सीएमएस तो कभी अल्ट्रासाउंड कक्ष का चक्कर लगाती रहीं, लेकिन उनका अल्ट्रासाउंड नहीं हुआ। यह बात अलग है कि सीएमएस डॉक्टरों के ड्यूटी पर होने का दावा करते रहे, लेकिन अल्ट्रासाउंड कक्ष में ताला लटकता रहा। दवाएं मौजूद, लिखने वालों की कमी

जिला अस्पताल में बुखार, जुकाम और खांसी से संबंधित सभी प्रकार की दवाएं मौजूद हैं। लेकिन यहां पर डॉक्टरों की गैर मौजूदगी के कारण दवाएं लिखने वाला कोई नहीं होता है। अस्पताल के स्टोर में दवाएं हैं, लेकिन बिना डॉक्टर की अधिकृत पर्ची के कारण दवाएं मिलने में दिक्कत होती है। रिपोर्ट पॉजिटिव पर नर्सिंग होम में उपचार

जिला अस्पताल में दो चिकित्सकों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव है, जिसके कारण यह अस्पताल नहीं आ रहे हैं। बड़ा सवाल यह है कि यही डॉक्टर नर्सिंग होम में उपचार करते देखे जाते हैं। यह मास्क और दस्ताने पहनकर उपचार कर रहे हैं। सीएमएस डॉ .प्रभाकर ने कहा कि ऐसे चिकित्सकों की पहचान की जाएगी और पुन: कोरोना जांच कराई जाएगी, निगेटिव है तो अस्पताल में सेवा देना होगा।

खप गए 16 ऑक्सीजन सिलिडर

गुरुवार को जिला अस्पताल में ऑक्सीजन जरूरत वाले मरीजों की संख्या 66 से बढ़कर 101 पहुंच गयी है। जिसके कारण दिन भर में 16 सिलिडर ऑक्सीजन के खप गए। यहां सुबह पहर पहली खेप में दस और शाम को दूसरी खेप में 20 सिलिडर सौंरा प्लांट से रिफिल कराए गए। हालांकि ऑक्सीजन आपूर्ति ठप नहीं हुई।

सीएमएस ने मांगी अस्पताल से मुक्ति

जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ प्रभाकर ने गुरुवार को प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण को पत्र भेजकर जिला अस्पताल के काम से मुक्ति मांगी है। कहा है कि जिले में मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन है और शासन स्तर से अस्पताल के अनेक पावर मेडिकल कालेज के प्राचार्य को दिए गए हैं। ऐसे में जिला अस्पताल के कार्य भी मेडिकल कालेज के प्राचार्य को भेजकर पूर्ण कराए जाएं।

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