बुखार से दो की मौत, मासूम समेत तीन को डेंगू

जागरण संवाददाता फतेहपुर डेंगू हर दिन लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। स्वास्थ्य विभाग

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 07:59 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 07:59 PM (IST)
बुखार से दो की मौत, मासूम समेत तीन को डेंगू
बुखार से दो की मौत, मासूम समेत तीन को डेंगू

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : डेंगू हर दिन लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई कारगर नहीं हो रही, जिन गांवों में पूर्व में डेंगू के मरीज मिले थे, अब उनमें नए रोगी मिल रहे हैं। यह इस बात का संकेत है कि प्रभावित गांवों में डेंगू का लार्वा अभी नष्ट नहीं हुआ है। शुक्रवार को बुखार के चलते अमौली ब्लाक के भगलापुर में 52 वर्षीय राकेश निषाद और छीछा गांव में गुड्डन के नौ वर्षीय पुत्र शिवशंकर की बुखार से मौत हो गई। उधर, मेढ़ापाटी, बसावनपुर और भगलापुर में एक-एक पर डेंगू की पुष्टि हुई है।

जिले में अब तक की बात की जाए तो डेंगू के अधिकृत 23 मामले निकल चुके हैं, जबकि तीन ऐसे लोग हैं जिनपर निजी लैब ने डेंगू बताया है। डेंगू की रोकथाम हो और लोगों को बीमारियों से बचाया जा सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग रोकथाम शुक्रवार को भी जारी रही। टीम ने भगलापुर गांव में मिथलेश देवी व मधू देवी का डेंगू जांच के लिए सैंपल लिया। इन दोनों मां-बेटी पर हमीरपुर की निजी पैथालाजी ने डेंगू की पुष्टि की थी, जिसके बाद स्वजन उपचार के लिए स्वजन गए थे। इसी गांव में बुखार से एक मौत हुई तो, जिससे अब भी गांव में दहशत है। उधर गांव-गांव बुखार के रोगी बढ़ रहे हैं, जिसके पीछे मुख्य कारण गांवों में फैली गंदगी है। पांच गांवों में टीमों ने किया कैंप

शुक्रवार को मेढ़ापाटी, भगलापुर और बुढ़वा में डा. पुष्कर कटियार, देवमई में डा. मनीष शुक्ला, चकजहानपुर में डा. धर्मेंद्र व जैतीखेड़ा में डा. अरुण द्विवेदी ने कैंप लगाया। इन कंपों में 110 बुखार पीड़ितों को दवाएं दी गई और मलेरिया की जांच के लिए स्लाइड बनाई गई।

58 संदिग्धों के लिए नमूने

जिले में शुक्रवार को अलग-अलग गांवों में 58 डेंगू संदिग्धों की जांच के लिए नमूने लिए गए। यह बुखार व डेंगू जैसे लक्षण वाले मरीज है। इनके नमूनें जांच के लिए कानपुर भेजे गए हैं। जबकि शाम को मेडिकल कालेज कानपुर से दो दिन पूर्व भेजे गए 52 नमूनों की रिपोर्ट भेजी गई, जो सभी निगेटिव हैं।

डेंगू व मलेरिया जांच ऐसे कराएं

सीएमओ डा. राजेंद्र सिंह ने बताया कि जिले में मलेरिया की जांच उपलब्ध है, जिला अस्पताल या किसी सीएचसी-पीएचसी में यह जांच कराई जा सकती है। लेकिन डेंगू की जांच अपने यहां नहीं होती है, जिसे भी डेंगू के लक्षण हैं वह अपना नमूना सरकारी अस्पताल में दे सकता है, कानपुर नमूना भेजकर निश्शुल्क जांच कराई जाती है। इनमें मिला डेंगू के लक्षण

मरीज का नाम------------गांव------------आयु

रामप्यारी----------------मेढ़ापाटी---------70 वर्ष

श्रष्टि------------------भगलापुर----------05 वर्ष

अर्चना देवी------------बसावनपुर---------35 वर्ष

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