फतेहपुर में ले गए थे आंखों की रोशनी दिलाने, छीन ली जिदगी

संवाद सहयोगी जोनिहां/बिदकी मां के कातिल बेटों को आखिर कोर्ट ने आजीवन कारावास की सज

By JagranEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 11:00 PM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 11:00 PM (IST)
फतेहपुर में ले गए थे आंखों की रोशनी दिलाने, छीन ली जिदगी
फतेहपुर में ले गए थे आंखों की रोशनी दिलाने, छीन ली जिदगी

संवाद सहयोगी, जोनिहां/बिदकी : मां के कातिल बेटों को आखिर कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुना दी। बेटों ने पैसे के लालच में साजिश कर मां का दस लाख रुपये का बीमा कराया और फिर बीमा की राशि पाने के लिए कार से कुचल कर हत्या कर दी। खुलासा होने पर बांदा पुलिस ने दोनों को बेटों का गिरफ्तार किया। मंगलवार को बांदा की अदालत ने कातिल बेटों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

बिदकी कोतवाली के ठिठौरा गांव में सजा की जानकारी हुई तो लोग कहने लगे कि मां के हत्यारों को भगवान ने सजा दिला दी। गांव की गुड्डी देवी पत्नी रमेश सिंह के तीन पुत्र जितेंद्र उर्फ सोनू, अमर सिंह व राहुल सिंह हैं। तीन भाइयों में बड़ा सोनू मंदबुद्धि है। इस पर अमर सिंह व राहुल सिंह ने पिता को समझा खेत बेंचकर गोपालन शुरू किया, उसमें घाटा लगने के बाद पिता से फिर जमीन बिकवाई और ट्रैक्टर खरीद गाजीपुर में मौरंग गिट्टी की दुकान खोली। इस पर भी काम नहीं चला । अमर व राहुल ने साजिश रचकर मां का दस लाख बीमा करवाया। वर्ष 2017 में दोनो बेटा आंख बनवाने के बहाने चित्रकूट ले गए। तिदवारी रोड में जौहरपुर के पास कार से कुचल कर मार डाला। जेल से जमानत पर गांव आए कलियुगी बेटों लोग तिरस्कार की नजर से देखने लगे। इस पर वह जमीन व घर बेंच कर गांव छोड़ दिया था। दोनों भाइयों को सजा सुनाए जाने की खबर गांव में आई तो घटना की याद ताजा हो गई। ग्रामीणों ने कहा कि उस घटना के बाद उनका गांव से कोई रिश्ता नहीं बचा।

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