मुआवजे पर नहीं बनी बात, फिर बुलाई बैठक

संवाद सहयोगी बिदकी बिदकी बाईपास मामले में कुछ किसानों के मुआवजे के पेंच को हल कराने

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Sep 2021 08:01 PM (IST) Updated:Sat, 04 Sep 2021 08:01 PM (IST)
मुआवजे पर नहीं बनी बात, फिर बुलाई बैठक
मुआवजे पर नहीं बनी बात, फिर बुलाई बैठक

संवाद सहयोगी, बिदकी : बिदकी बाईपास मामले में कुछ किसानों के मुआवजे के पेंच को हल कराने के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और डीएम अपूर्वा दुबे की मौजूदगी में सवा घंटे तक बैठक चली। पहले तो केंद्रीय मंत्री और डीएम का रूख लगा कि इस बैठक में ही हल निकल आएगा लेकिन बाद में नतीजा वही ढाक के तीन पात रहा।

बांदा-कानपुर मार्ग पर बिदकी बाईपास का मामला 10 वर्ष से लटका हुआ है। वर्ष 2011 से पांच किमी लंबे बाईपास के निर्माण के लिए 422 किसानों से उनकी सहमति पर सर्किल रेट के आधार पर जमीन ली जानी थी। इसमें 409 किसान अपनी जमीन बाईपास निर्माण के लिए दे चुके हैं। बाईपास पर जमीन न देने का सबसे बड़ा पेंच जाफराबाद गांव के किसान कर्मेंद्र सिंह का फंसा हुआ है। किसान जमीन का वर्तमान सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा मांग रहे हैं। केंद्रीय मंत्री और डीएम के साथ बैठक में किसान ने कहाकि 2.46 करोड़ रुपये मुआवजा मिलने पर जमीन देने को तैयार हैं। हालांकि लोक निर्माण विभाग ने दलील दी कि इनकी जमीन की कीमत 66.42 लाख रुपये है। इस पर मामला फिर नहीं बन पाया। डीएम ने कहाकि अब अगले दो दिन बाद इस पर फिर बैठक होगी। इस बैठक के दौरान पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह पटेल, दिनेश बाजपेई, नरेंद्र देव मिश्रा, मनोज शुक्ला, मधुराज विश्वकर्मा के अलावा एसडीएम विजय शंकर तिवारी, तहसीलदार चंद्रशेखर यादव अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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