अफसरों की कुंडी खटकाएंगे समिति के स्वयंसेवक
संवाद सहयोगी खागा नगर के पक्का तालाब की बदहाली दूर कर इसे सदियों पुराना स्वरूप लौटाने के
संवाद सहयोगी, खागा : नगर के पक्का तालाब की बदहाली दूर कर इसे सदियों पुराना स्वरूप लौटाने के लिए बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के स्वयं सेवकों ने अफसरों की चौखट पर जाकर कुंडी खटकाने का निर्णय लिया है। केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पांडेय के आवास पर हुई बैठक में शनिवार को यह रणनीति बनाई गई है।
समिति के केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पांडेय का कहना था प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में जनपद के नायक रहे ठा. दरियाव सिंह की नगरी खागा में दूसरी प्राचीन धरोहर पक्का तालाब को प्रशासनिक उपेक्षा का दंश झेलना पड़ रहा है। कहा, वर्ष 1860 में वाराणसी (बनारस) के एक व्यापारी की ओर से 40 हजार रुपये खर्च करके पक्का तालाब का निर्माण कराया गया था। मौजूदा समय में पक्का तालाब, कूड़ाघर का रूप ले चुका है। चारों ओर बसी आबादी से प्रतिदिन निकलने वाला कचरा तालाब के अंदर फेंका जा रहा है। बरसात के दिनों में तालाब से उठती दुर्गंध की वजह से लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है। पर्यावरण प्रेमी और स्थानीय नागरिक प्राचीन धरोहर को उसका असली स्वरूप न मिलने से व्यथित हैं। जिलाधिकारी को खून से पत्र लिख कर तथा हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से पक्का तालाब के संरक्षण संवर्धन का प्रयास किया जा चुका है। कोई सकारात्मक परिणाम न मिलने के बाद अब आला-अधिकारियों की चौखट पर जाकर समिति के स्वयं सेवक इनके दरवाजों की कुंडी खटकाएंगे। देवव्रत त्रिपाठी, ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, राहुल सिंह, सुशील अवस्थी, अंशू पांडेय, अंकुश त्रिपाठी आदि रहे।