साकेत नगर की परेशानी, प्लाटों में कूड़ा-गलियों में भरा पानी
जागरण संवाददाता फतेहपुर सदर पालिका के हरिहरगंज-रेलबाजार वार्ड के साकेत नगर मुहल्ले
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सदर पालिका के हरिहरगंज-रेलबाजार वार्ड के साकेत नगर मुहल्ले की दशा बेहद खराब है। मुहल्ले में एक नजर दौड़ाते ही स्वच्छ भारत मिशन अभियान गंदगी में तब्दील हो जाने की गवाही देते हुआ दिखाई देता है। नालियों में जमा सिल्ट के चलते नालियां उफना रही हैं तो प्रतिदिन घरों से निकलने वाला कूड़ा खाली प्लाटों में डंप है। प्लाटों में कूड़ा पड़े होने का कारण यह है कि नगर पालिका ने कूड़ा डंपिग प्वाइंट नहीं बनाए हैं और कूड़ेदान तक नहीं रखे हैं। मजबूरी में लोग प्लाटों में कूड़ा कचरा फेंकते हैं। नगर पालिका की ओर से लागू की गई डोर टूट डोर कूड़ा कलेक्शन योजना महज दिखावा बन कर रह गई है। मुहल्ले में तमाम स्ट्रीट लाइटें लगीं है रात के अंधेरे में इनकी दुर्दशा अंधेरा बयां कर रहा है।
वार्ड पर एक नजर
वार्ड : हरिहरगंज-रेलबाजार
मुहल्ला : साकेत नगर
आबादी : 4458
मुख्य समस्याएं : कूड़ा कलेक्शन न होना, नालियों की सफाई न होने से सिल्ट जमना, नालियों के अवरुद्ध बहाव के चलते गंदा पानी भरा होना, स्ट्रीट लाइटें बुझी होना, मच्छरों का आतंक आदि।
मुहल्ले के ये हैं प्रमुख स्थान
हरिहरगंज वार्ड के साकेत नगर इलाके में सिद्धपीठ गायत्री मंदिर, काली मंदिर, चर्च, अमरमान सिंह स्कूल जैसे धार्मिक और विद्यालय हैं। धार्मिक भावनाओं के तहत लोगों का आना जाना लगा रहता है। इसके बावजूद मुहल्ले की सफाई व्यवस्था पटरी से उतरी हुई है। गंदगी के बीच से गुजरने वाले लोगों को दिक्कतें उठानी पड़ती है।
अभियान का भी नहीं दिखाई देता है असर
स्वच्छ भारत मिशन के तहत विशेष संचारी रोग नियंत्रण सफाई अभियान, बरसात से पूर्व नाला-नाली सफाई का अभियान चलाया जाता है। स्थानीय लोगों की मानें तो पालिका के दावे यहां के लिए पूरी तरह से फेल हैं। कभी सफाई अभियान को गति नहीं दी जाती है। मुख्य सड़क तक झाड़ू,सिल्ट सफाई और यदा कदा फागिग सीमित है।
नगर पालिका के दावे खोखले
नगर पालिका दावे बड़े बड़े करती हैं। भौतिक सत्यापन में किसी भी दिन हकीकत जानी जा सकती है।
राम आसरे
नालियों में सिल्ट सफाई परेशानी का सबब बनी हुई है। सिल्ट जमा होने से नालियों का पानी गलियों में उफना रही हैं।
शाश्वत शुक्ला
खुद पालिका के जिम्मेदारों के पास दिक्कतें जानने की फुर्सत नहीं है। शिकायतों को भी रद्दी की टोकरी में डाल दिया जाता है।
राजेंद्र कुमार
कोरे आश्वासन के सिवा देने के लिए नगर पालिका के पास कुछ भी नहीं है। मुख्य सड़कों में विकास का दिखाया किया जा रहा है।
हेमंत
साकेत नगर मुहल्ले की ऐसी जानकारी विभागीयों की ओर से भी नहीं दी गई है। सोमवार को मुहल्ले का निरीक्षण करवाया जाएगा। समस्याओं के त्वरित निस्तारण के प्रयास होंगे। बड़ी दिक्कतों को बोर्ड के सामने रखकर निस्तारित करवाया जाएगा।
मीरा सिंह, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका