सिचाई विभाग ने दीवार ढहाई, पालिका ने किया विरोध
जागरण संवाददाता फतेहपुर शहर से सटे मलाका सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का कूड़ाघर
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : शहर से सटे मलाका सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का कूड़ाघर वर्ष 2009 में स्थापित किया गया था। तक अफसरों ने ध्यान नहीं दिया। प्लांट के सामने बहने वाली छोटी नहर को पाटकर स्थापना कर दी गई। नहर के दो भागों में बांटे जाने से किसानों की फसलें असिचित रह रही हैं। मामले की शिकायत किसान लगातार करते आ रहे हैं। बीते दिन सिचाई विभाग ने नहर को बाधित करने के लिए पहले से खड़ी दीवार तोड़ दी। अब नगर पालिका और सिचाई विभाग के बीच तलवार खिच गई हैं। मामला डीएम की चौखट तक जा पहुंचा है।
मलाका गांव के कूड़ा प्लांट में मवेशियों को आग से जलाने का मामला शांत नहीं हुआ था कि दीवार को लेकर जंग छिड़ गई है। सिचाई विभाग का कहना है कि प्लांट का निर्माण करते समय नहर को बंद करके दो भागों में बांट दिया गया है। नहर को किसी भी दशा में नहीं पाटा जा सकता है। प्लांट निर्माण की आवाजाही के लिए अगर दिक्कत है तो पुल का निर्माण करवाया जा सकता है। ग्रामीणों की ओर से लगातार शासन में शिकायतें की जा रही है। जिसके चलते बाउंड्री हटाकर नहर खोला जाएगा। नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी मीरा सिंह ने कहाकि दीवार तोड़ने की खबर लगते ही उसे बंद कराया गया है। मामले की शिकायत डीएम के पास की गई है। डीएम का जो निर्णय होगा उसका अनुपालन होगा।