तापमान ने बढ़ाई चिता, गेहूं पर पड़ेगा असर

फोटो 26 - अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा - सेहत के लिए मौसम का बदला मिजाज सह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Jan 2021 07:58 PM (IST) Updated:Wed, 06 Jan 2021 07:58 PM (IST)
तापमान ने बढ़ाई चिता, गेहूं पर पड़ेगा असर
तापमान ने बढ़ाई चिता, गेहूं पर पड़ेगा असर

फोटो : 26

- अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा

- सेहत के लिए मौसम का बदला मिजाज सही नहीं जागरण संवाददाता, फतेहपुर : पूस महीने की डुगडुगा देने वाली सर्दी में लोग माथे का पसीना पोछते नजर आए तो हैरानी की बात है। जी हां बुधवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस पहुंचा, तो दोपहर की तेज धूप में बैठे लोग छांव की तलाश करने लगे। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि जनवरी के प्रथम सप्ताह मे इस तरह का मौसम होना फसलों के लिए नुकसानदायक है, खासकर गेहूं फसल की पैदावार में सीधा असर पड़ेगा।

आमतौर पर 25 दिसंबर से 15 जनवरी तक न्यूनतम तापमान 4 से 6 व अधिकतम 12 से 15 डिग्री सेल्सियस डिग्री रहता है। चार जनवरी को हल्की बूंदाबांदी के बाद यह लग रहा था कि तापमान लुढ़केगा और सर्द जोर पकड़ेगी। दो दिन से जिस तरह से तापमान उछाल मार रहा है उससे फसल के साथ सेहत पर असर पड़ने की संभावना मानी जाने लगी है। दोपहर के समय तेज धूप में स्थिति यह रही कि तापमान 28 डिग्री तक पहुंच गया। भोर पहर कोहरे की धुंध रही जो सुबह सूरज की किरण निकलते ही साफ हो गया। मौसम में आए अचानक इस बदलाव ने किसानों की चिता बढ़ा दी है। उपकृषि निदेशक बृजेश सिंह ने कहा कि गेहूं की फसल में इस समय किल्ले निकल रहे है। गेहूं की बेहतर फसल के लिए कोहरा के साथ चार से पांच डिग्री सेल्सियस का तापमान होना चाहिए। एक-दो दिन में नहीं, लेकिन यदि आगे भी तापमान ऐसे ही रहा तो गेहूं की पैदावार प्रभावित होगी।

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10 जनवरी के बाद बदलेगा मौसम

कृषि विज्ञान केंद्र थरियाव के मौसम विशेषज्ञ सचिन शुक्ला ने कहा कि 10 जनवरी तक मौसम ऐसे ही रहने की संभावना है। दस जनवरी के बाद पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने पर बारिश होने की संभावना रहेगी। कहा कि इसके बाद तापमान में गिरावट दर्ज होगी।

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