गन्ने की आवक घटी, दस खरीद केंद्र बंद

संवाद सहयोगी बिदकी क्रय केंद्रों में गन्ना न आने के कारण हैदरगढ़ चीनी मिल ने 11 गन्ना खर

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 05:59 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 05:59 PM (IST)
गन्ने की आवक घटी, दस खरीद केंद्र बंद
गन्ने की आवक घटी, दस खरीद केंद्र बंद

संवाद सहयोगी, बिदकी : क्रय केंद्रों में गन्ना न आने के कारण हैदरगढ़ चीनी मिल ने 11 गन्ना खरीद केंद्रों में से दस को बंद कर दिया है। इसका कारण है कि आढ़ती सरकारी दरों से अधिक दाम पर गन्ना खरीद रहे हैं। इससे सरकारी खरीद केंद्रों पर सन्नाटा बढ़ता जा रहा है।

जनपद में गन्ना खरीद के लिए हैदरगढ़ चीनी मिल ने खजुहा, बकेवर, जोनिहां, सैदनुपर, किशुनपुर, अइमापुर, नसेनियां, सठिगवां के अलावा धाता में तीन क्रय केंद्र ए, बी और सी खोले थे। इनमें से दस केंद्र बंद हो गए हैं। कारण, आढ़ती गन्ने का भाव 350 से लेकर 360 रुपये प्रति क्विंटल तक दे रहे हैं। वहीं, चीनी मिल की ओर से क्रय केंद्र में 310 से 320 रुपये गन्ना खरीदा जा रहा है। चीनी मिल को माह मार्च की अंतिम तारीख तक गन्ने की खरीद करनी थी। हालांकि, अगर चीनी मिल इसके बाद भी चालू रहती तो गन्ने के उपलब्ध होने पर क्रय केंद्र संचालित रहते। जिला गन्ना सहकारी समिति के सचिव जसवंत सिंह ने बताया कि गन्ना न मिलने के कारण 10 क्रय केंद्रों को बंद कर दिया गया है। केवल बकेवर का एक क्रय केंद्र चालू है। इस केंद्र में तीन से चार दिन में एक ट्रक गन्ना आ रहा है। अगर यही स्थिति रही तो उसे भी बंद करना पड़ेगा। आढ़तियों का गन्ना मूल्य सरकारी खरीद से करीब 40 रुपये अधिक है। अगले पेराई सत्र में जब गन्ना खरीद का खाका तैयार होगा तो किसानों का नुकसान होगा। पर्ची जारी होने के बाद भी गन्ना न देने वाले किसानों का अगले खरीद वर्ष में बेसिक कोटा कम हो जाएगा। इससे खरीद पर्ची कम हो जाएंगी। क्रय केंद्रों में हुई 3.03 लाख क्विंटल खरीद

जिले के संचालित 11 गन्ना खरीद केंद्रों में खरीद का लक्ष्य 8.90 लाख क्विंटल रखा गया था। इन क्रय केंद्रों में अब तक 3.03 लाख क्विंटल गन्ना खरीदा गया है। जिला गन्ना सहकारी समिति के सचिव जसवंत सिंह के मुताबिक चीनी मिल ने गन्ना किसानों को 89 फीसदी भुगतान कर दिया है।

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