..तो करोड़ों की प्रापर्टी हथियाने के लिए की गई थी हत्या!
जागरण संवाददाता फतेहपुर शहर में बिजली ठेकेदार की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : शहर में बिजली ठेकेदार की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में पुलिस ने साले और दोस्त को नामजद कर लिया है, लेकिन दोनों फरार हैं। वहीं, पुलिस को आशंका है कि कहीं करोड़ों की प्रापर्टी की लालच में फरार साले ने ही दोस्त की मदद से बहनोई को हत्या तो नहीं कर दी। हालांकि, पुलिस ने हत्या का शीघ्र राजफाश करने का दावा किया है।
बता दें कि खागा कोतवाली के वाभनपुर निवासी बिजली ठेकेदार मनीष तिवारी गत तीन जून 2021 देर रात पत्थरकटा चौराहे के समीप गंभीर हालत में बेहोशी हालत में मिला था। पिता उमाशंकर तिवारी ने अज्ञात में जानलेवा हमले की एफआइआर दर्ज कराकर बेटे को कानपुर स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया था। यहां 11 जून को कानपुर स्थित एक निजी हास्पिटल में उसकी मौत हो गई थी। इस पर पुलिस ने मुकदमा को अज्ञात में ही गैर इरादतन हत्या में तरमीम कर लिया था। विवेचक मुराइनटोला चौकी प्रभारी संदीप तिवारी का कहना था कि दोनों नामजद आरोपित मोबाइल फोन स्विच आफ कर फरार हैं। इनकी लोकेशन ट्रैस कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। अंतिम संस्कार में भी नहीं हुआ था शामिल
दिवंगत के पिता उमाशंकर तिवारी सदर कोतवाली पहुंचकर बेटे के साले अनुज शुक्ला उर्फ पप्पू निवासी गदाई खागा व इसके दोस्त गौरव को नामजद किया। इसमें संदेह जताया कि यही लोग घटना के समय बेटे के थे और इन्हीं लोगों ने बेटे को साजिश के तहत मार डाला। बताया कि बेटे के अंतिम संस्कार में भी अनुज व उसका दोस्त गौरव शामिल नहीं हुआ था जिससे और संदेह गहरा गया। ठेकेदार ने बना ली थी करोड़ों की प्रापर्टी
शहर में स्थित एक बैंक के आगे करोड़ों की लागत से एक कंस्ट्रक्शन कंपनी खोल रखी थी। इसमें कई कर्मचारी काम भी करते हैं। इसी के साथ प्लाट व ट्रांसफार्मर की खरीद फरोख्त का काम भी करते थे। चर्चा है कि किसी नजदीकी की ओर से कहीं करोड़ों की प्रापर्टी हथियाने के खातिर तो हत्या की गई है। शहर कोतवाल सत्येंद्र सिंह का कहना था कि प्रापर्टी हथियाने का मामला प्रतीत हो रहा है। दिवंगत की पत्नी से पूछताछ की जाएगी।