शादी में नहीं बजेगी शहनाई, रोजी-रोटी पर आफत आई

जागरण संवाददाता फतेहपुर कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के चलते शासन ने नई गाइड लाइन

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 06:30 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 06:30 PM (IST)
शादी में नहीं बजेगी शहनाई, रोजी-रोटी पर आफत आई
शादी में नहीं बजेगी शहनाई, रोजी-रोटी पर आफत आई

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के चलते शासन ने नई गाइड लाइन जारी की है। इस गाइड लाइन में समारोहों के लिए संख्या को 100 निर्धारित कर दिया गया है। वहीं बैंडबाजा की धूम-धड़ाका को भी बंदिश के दायरे में ला दिया गया है। नई कोरोना गाइड लाइन ने बैंडबाजा संचालकों के चेहरों की हवाइयां उड़ाकर रख दी है। रोजगार ठप होने से पहले ही यह व्यापार बुरी तरह से प्रभावित रहा है। कोरोना का संक्रमण मार्च माह से शुरू हुआ था। गनीमत रही है कि जनवरी, फरवरी में शादी समारोहों में बैंडबाजों की धुन बिखेर कर कमाई की थी। इसके बाद से कोरोना संक्रमण ने ऐसे पांव पसारे कि शादी समारोहों में ग्रहण लग गया। लॉकडाउन आदि ने व्यापार की कमर तोड़कर रख दी है। नवंबर से दिसंबर माह में शादी समारोहों में बैंडबाजों की बुकिग से मुर्झाए हुए चेहरे खिल उठे थे। अब नए दिशा निर्देश संज्ञान में आते ही परेशानियां सिर चढ़कर बोल रही है। परिवार के भरण पोषण की चिता में डूब गए हैं। बैंडबाजा कंपनी के संचालक सेराज, बलराज, इस्तियाक, रामकिशोर आदि का कहना है कि इस व्यापार से सैकड़ों लोग जुड़े होते हैं। एक एक टोली में 12 से 30 लोग शामिल होते हैं। विभिन्न वाद्ययंत्रों को बाजार परिवार का भरण पोषण करते हैं। लॉकडाउन में यह परिवार के मुखियाओं के सामने रोटी का संकट गहरा गया था। अब नहीं गाइड लाइन में लोग बुकिग कैंसिल कराने आ रहे हैं। एडवांस के रूप में दिया गया धन वापस मांग रहे हैं। मिला धन नए सामग्री की खरीद में खर्च हो गई है। कहां से वापसी की जाए। समझ में नहीं आ रहा है।

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