अस्पताल में आक्सीजन प्लांट और पीकू वार्ड को देखा

जागरण संवाददाता फतेहपुर एक दिवसीय दौरे में जिले आए मंडलायुक्त संजय गोयल ने जिला पुरुष व मि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 12:21 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 12:21 AM (IST)
अस्पताल में आक्सीजन प्लांट और पीकू वार्ड को देखा
अस्पताल में आक्सीजन प्लांट और पीकू वार्ड को देखा

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: एक दिवसीय दौरे में जिले आए मंडलायुक्त संजय गोयल ने जिला पुरुष व महिला अस्पताल में कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर की गई तैयारियों का आकलन किया। उन्होंने पुरुष व व महिला अस्पताल में शुरू हुए आक्सीजन प्लांट और बच्चों के उपचार के लिए बनाए गए सौ बेड के पीकू वार्ड का अवलोकन किया। इसके बाद महिला व पुरुष वार्डो में अंदर घुसकर तैयारियों का जायजा लिया।

निरीक्षण दौरान उन्होंने कहा कि संभावित तीसरी लहर को लेकर पूरी तरह से मुस्तैद रहें। उन्होंने पीकू वार्ड के बारे में मेडिकल कालेज के प्राचार्य व डीएम से जानकारी ली। जरूरी उपकरण कमी होने पर खरीदने की बात कही। इसके बाद उन्होंने निर्माणाधीन मेडिकल कालेज का दौरा किया। यहां काम चलते हुए पाया गया। काम की गुणवत्ता परखा और जिन इमारतों का निर्माण हो चुका हैं वहां पहुंच कर देखा। बताया कि यह मेडिकल कालेज शुरू होने जा रहा है, यहां हर प्रकार की कमी को जल्दी पूरा किया जाए। निर्माण के अलावा उन्होंने मेडिकल कालेज के प्राचार्य से फर्नीचर, स्टाफ की भर्ती, पठन-पाठन कार्य के लिए जरूरी सामग्री की भी नियमानुसार खरीद की बात कही।

डीएम ने निर्माण कार्यो पर बैठाई जांच

कमिश्नर के तेवर तल्ख थे तो डीएम अपूर्वा दुबे ने राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड सूडा कानपुर इकाई एक के कामों की जांच बैठा दी। यह संस्था जिले में पांच काम कर रही है और हर काम को समय पर पूरा नहीं कर पाती बाद में संस्था द्वारा रिवाइज एस्टीमेट स्वीकृत कराकर काम की लागत बढ़ा दी जाती है। डीएम ने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच होगी।

हंडिया का उदाहरण देकर दी नई सीख

कमिश्नर ने अफसरों को संपूर्ण समाधान दिवस या भी जनता दर्शन के दौरान आने वाली शिकायतों को शिकायतकर्ता से ही लेने की बात कही। हंडिया का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां शिकायत कर्ता नहीं थे, वकील साहब ही उसकी तरफ से शिकायत लेकर पहुंचे थे। कहा कि जब शिकायतकर्ता से रूबरू होंगे तो सही तकलीफ निकल कर आएगी।

ड्रीम प्रोजेक्ट में समझौता नहीं, कार्रवाई होगी

कमिश्नर ने गोशाला प्रबंधन को लेकर अफसरों विशेष तौर पर आगाह किया। बोले यह सीएम को ड्रीम प्रोजेक्ट है इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं है। जिले में आठ स्थाई गोशाला बन रहीं है उनकी प्रगति धीमी है। इसे तेज करें शिथिलता पर किसी पर भी कार्रवाई की जा सकती है।

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