सीमित संसाधनों में ही सतर्क होकर दौड़ाएं जिदगी की गाड़ी

जागरण संवाददाता फतेहपुर जागरण द्वारा चलाए सुरक्षित यातायात सप्ताह के मद्देनजर सुरक्षित एआ

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Nov 2020 06:23 PM (IST) Updated:Sun, 29 Nov 2020 06:42 PM (IST)
सीमित संसाधनों में ही सतर्क होकर दौड़ाएं जिदगी की गाड़ी
सीमित संसाधनों में ही सतर्क होकर दौड़ाएं जिदगी की गाड़ी

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : जागरण द्वारा चलाए सुरक्षित यातायात सप्ताह के मद्देनजर सुरक्षित एआरटीओ व यातायात पुलिस ने सीमित संसाधनों में आम जनमानस के बीच सड़क सुरक्षा मानकों के नियमों के पालन करने की अपील कर हैवी वाहनों ट्रक, डीसीएम, ट्रैक्टर, मैजिक, विक्रम व बसों के पीछे रिफ्लेक्टर लगवाना शुरू कर दिया है ताकि कोहरे की धुंध में हादसे से बचा जा सके। वहीं विभागीय अफसरों ने आटोमेटिक सिग्नल, सांकेतक व साइन बोर्ड जैसे संसाधनों की कमी को देखते हुए लखनऊ निदेशालय को पत्रचार किया है।

यातायात नियमों के बीच पालन कराने को लेकर आम जनमानस के बीच यातायात पुलिस व एआरटीओ की टीम ने छोटी चार पहिया गाड़ी चालकों को सीट बेल्ट बांधने व दो पहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनने के लिए पंपलेट बांटकर प्रचार प्रसार कर रही है और गोष्ठी कर चालकों को नियमों के प्रति जागरूक भी कर रही है इसके साथ ही महाविद्यालय व इंटर कालेजों में गोष्ठी कर छात्र-छात्राओं को नियमों का पालन करने का संदेश दे रही है।

जिले के प्रयागराज-कानपुर हाईवे व बांदा-टांडा हाईवे के साथ शहर व नगरीय क्षेत्र के भीतर जर्जर सड़कों के जीर्णोद्वार के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग के नोडल अधिकारी आरके सोनकर शासन से ग्यारह करोड़ रूपये के अवमुक्त बजट से मरम्मतीकरण भी करा रहे हैं। वहीं हाईवे के मार्ग नियंत्रक अधिकारी उमेश शर्मा कहते हैं कि एनएचएआइ के अफसरों को हाईवे में अंधे मोड़ व अवैध कट को खत्म कर रेडियम युक्त सफेद पट्टी व डिवाइडर दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए थे जिससे जिले में अवैध कट पूरी तरह से समाप्त भी हो गए हैं।

यातायात प्रभारी त्रिवेणी पांडेय कहते हैं कि वाहन चालक हाईस्पीड गाड़ी न चलाएं। नियमों का पालन करने के साथ ही चालकों को खुद भी सुरक्षित सफर करने के लिए जागरूक होना पड़ेगा।

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सुरक्षित सफर के बारे में आम जनमानस से अपील किया कि अपनी जिदगी अपने हाथ में है इसलिए नियमों का पालन कर गाड़ी धीमें चलाएं। आटोमेटिक सिग्नल व कुछ यातायात सामग्री के साथ पर्याप्त यातायात सिपाहियों के लिए निदेशालय से पत्राचार किया गया है। हालांकि हाईवे व शहर के भीतर सांकेतिक, दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र, साइन बोर्ड, आदेशात्मक बोर्ड लगे हुए हैं। ड्राइविग में तनिक भी लापरवाही हुई तो अनहोनी होने पर उसकी असहनीय पीड़ा पूरे परिवार को सहनी पड़ती है इसलिए जिदगी की गाड़ी सावधानी पूर्वक चलाने की जरूरत है। - संजय कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी नगर यातायात।

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फतेहपुर : सुरक्षित सफर के लिए कोर्ट के आदेश पर पांच प्वाइंटों पर अमल कर जनमानस को जागरूक कराया जा रहा है जिसमें रोड सेफ्टी एजुकेशन व रोड सेफ्टी इन्फोर्समेंट के साथ पहले की अपेक्षा अब नई गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन तभी किया जाता है जब उनमें कम प्रदूषण होता है। इसी के साथ रोड सेफ्टी इंजीनियरिग व कोई हादसा होने के बाद इमरजेंसी केयर है। कहा कि गाड़ियों का फिटनेस प्रतिवर्ष जांच कराएं, बीमा, रजिस्ट्रेशन व ड्राइविग लाइसेंस साथ लेकर ही चलें। सर्दी के मौसम में कोहरे में चालक हाईवे के किनारे लावारिस हालत में गाड़ी न खड़ी करें। -अरविद त्रिवेदी, एआरटीओ प्रशासन।

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इमरजेंसी केयर यानि आकस्मिक सड़क हादसा हो जाने पर वह एक घंटे के भीतर मौके पर पहुंचकर घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाने का काम विगत कई वर्षों से कर रहे हैं। इसलिए ऐसी स्थिति न आ पाए इसके लिए वाहन चालकों को खुद भी जागरूक होकर यातायात नियमों का पालन करना पड़ेगा क्योंकि सतर्कता ही इसका समाधान है। जनवरी 2020 में शासन से 31 वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह में इस उत्कृष्ट व नेक कार्य के लिए परिवहन विभाग ने उन्हें प्रशस्ति पत्र भी दिया था। -अशोक तपस्वी समाजसेवी।

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समस्याओं पर एक नजर

-जिले में नहीं है रोड प्रवर्तन अधिकारी

-हाईवे में सांकेतकों की बेहद कमी

-आटोमेटिक सिग्नल का न होना

-पार्किंग स्थल के लिए नहीं है जगह

- सड़कों के जीर्णोद्वार को बजट न के बराबर

- सिर्फ 13 यातायात सिपाहियों के भरोसे ट्रैफिक

- यातायात संसाधनों का है बेहद अभाव

-ब्लैक स्पॉट में न के बराबर लगे हैं साइन बोर्ड

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