धर्म अध्यात्म से जुड़कर 'बिगड़ी' सुधार रहे बंदी और कैदी

योगेंद्र पटेल फतेहपुर गणतंत्र दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ खेलकूद

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 06:33 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 06:33 PM (IST)
धर्म अध्यात्म से जुड़कर 'बिगड़ी' सुधार रहे बंदी और कैदी
धर्म अध्यात्म से जुड़कर 'बिगड़ी' सुधार रहे बंदी और कैदी

योगेंद्र पटेल, फतेहपुर

गणतंत्र दिवस पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ खेलकूद में शामिल होने वाले 40 बंदी और कैदी धर्म अध्यात्म से जुड़कर 'बिगड़ी' सुधार रहे हैं। प्रशिक्षक प्रतिदिन सुबह-शाम इन बंदियों को भजन और कीर्तन के साथ श्रीमछ्वागवत कथा के पाठ से प्रशिक्षित कर रहे हैं।

जिला कारागार में वर्तमान समय में हत्या, डकैती, अपहरण, दहेज हत्या, राहजनी, लूट, दुष्कर्म आदि के करीब 1500 विचाराधीन बंदी व सजायाफ्ता कैदी निरुद्ध हैं। बंदियों में 40 महिला और 35 बालबंदी शामिल हैं। 26 जनवरी को प्रस्तावित सांस्कृतिक कार्यक्रम और खेलकूद में शामिल होने के लिए बंदियों में उत्सुकता दिख रही है। वहीं, वह प्रतिदिन प्रशिक्षक अभय प्रताप सिंह से भजन कीर्तन करने के साथ धर्म-अध्यात्म से जुड़ा ज्ञान हासिल कर रहे हैं। गाजीपुर थाने के खेसहन गांव के जिमनास्ट खिलाड़ी जबरील व नाजिम प्रतिदिन जेल में आकर दो घंटे बंदियों को रस्सी में चढ़ना, उतरना, लंबी दौड़ व साइकिल चलाने की कला से निपुण कर रहे हैं। डिप्टी जेलर अरुण कुशवाहा कहते हैं कि भजन कीर्तन करने वाले बंदियों में विनोद, अतुल, अभय परिहार, बृजेश, दिलीप कुमार आदि हैं जो प्रशिक्षक से धर्म-अध्यात्म का ज्ञान ले रहे हैं। गणतंत्र दिवस में इन बंदियों को जेल प्रशासन की तरफ से प्रशस्ति पत्र भी दिया जाएगा। अपराधिक घटनाओं के आरोप में जेल में निरुद्ध विचाराधीन बंदी व सजायाफ्ता कैदियों को धर्म-अधर्म का बोध कराकर उन्हें अच्छे रास्ते पर चलने को प्रेरित किया जा रहा है। खेलकूद प्रशिक्षक जबरील व नाजिम प्रदेश के अच्छे जिमनास्ट हैं जो प्रतिदिन 40 बंदियों को जिमनास्ट का प्रशिक्षण दे रहे हैं।

- विनोद कुमार, जेल अधीक्षक

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