पीएचसी में आठ घंटे दर्द से कराहती रही गर्भवती
संवाद सूत्र बहुआ पीएचसी में एक गर्भवती आठ घंटे तक दर्द से कराहती रही लेकिन उसे देखने
संवाद, सूत्र बहुआ : पीएचसी में एक गर्भवती आठ घंटे तक दर्द से कराहती रही, लेकिन उसे देखने कोई डाक्टर नहीं पहुंचा। अस्पताल में तैनात एक महिला सफाई कर्मी ने अनुभव आधारित जानकारी देकर गर्भवती को चलता कर दिया। बाद में एक झोलाछाप के यहां महिला ने दवा ली और राहत मिलने पर घर लौट गई। अस्पताल प्रशासन की इस लापरवाही पर प्रभारी सीएमओ ने बहुआ पीएचसी प्रभारी से स्पष्टीकरण तलब किया है।
मेवली गांव निवासी प्रमोद की पत्नी पूनम देवी छह माह की गर्भवती हैं। रविवार को भोर पहर तीन बजे उन्हें पेट दर्द शुरू हुआ तो पति प्रमोद कुमार इन्हें निजी वाहन से लेकर पीएचसी बहुआ पहुंचे। यहां भोर पहर चार बजे पहुंचने पर कोई नहीं मिला तो उन्होंने सुबह का इंतजार शुरू कर दिया। सुबह करीब आठ बजे दर्द और बढ़ा तो पति ने अस्पताल में मौजूद सफाई कर्मियों से डाक्टर बुलाने की जिद की। बावजूद इसके कोई नहीं आया। पूनम दर्द के चलते अस्पताल परिसर में लगे एक पेड़ के चबूतरे में कराहती रही। दोपहर एक बजे जब कोई नहीं पहुंचा तो पति ने पत्नी को एक झोलाछाप के पास दिखाकर दवाएं ली और घर चला गया। अस्पताल में रहने के दौरान एक महिला सफाई कर्मी गर्भवती को अनुभव आधारित जानकारी देकर भरोसा दिया कि बच्चा ठीक है, प्रसव अभी नहीं होगा। मामले पर प्रभारी सीएमओ डा. संजय का कहना है कि अस्पताल में कोई डाक्टर मौजूद न होना घोर लापरवाही है। इसके लिए बहुआ के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सत्यम गुप्ता से स्पष्टीकरण मांगा गया है।