निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलिडरों का टोटा, होम आइसोलेशन वाले परेशान

जागरण टीम फतेहपुर भले ही सरकारी स्तर पर जिले में ऑक्सीजन सिलिडर की आपूर्ति है और

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 08:00 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 08:00 PM (IST)
निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलिडरों का टोटा, होम आइसोलेशन वाले परेशान
निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलिडरों का टोटा, होम आइसोलेशन वाले परेशान

जागरण टीम फतेहपुर : भले ही सरकारी स्तर पर जिले में ऑक्सीजन सिलिडर की आपूर्ति है और 36 से 50 घंटे तक का बैकअप भी, लेकिन निजी अस्पतालों व होम आइसोलेशन वाले मरीजों को यह ऑक्सीजन सिलिडर खोजे नहीं मिल रहे हैं। जरूरतमंद निजी उपयोग के लिए इस गली से उस गली तक चक्कर लगा रहे हैं।

जिले में ऑक्सीजन सिलिडर की री-फिलिग और आपूर्ति कानपुर से होती है। वर्तमान में कानपुर में रिफिलिग नहीं हो पा रही, जिसके कारण शहर से लेकर कस्बों तक के नर्सिंग होम में ऑक्सीजन सिलिडर की कमी आ गई है। इसके बाद उपलब्धता है भी वह इसका चार्ज महंगा ले रहा है। शहर के मुराइन टोला निवासी एक कोविड पीड़ित ने स्वजन ने बताया कि वह एक नर्सिंग होम से 250 रुपये री-फलिग कीमत के बजाए 500 रुपये में सिलिडर की री-फलिग कराकर लाए हैं। जरूरत है तो पैसों की कोई बात नहीं है, लेकिन यह सिलिडर आसानी से उपलब्ध हो बस यही चाहिए।

हमारे पास बैकअप मौजूद

डिप्टी सीएमओ एवं सीएमएसडी स्टोर के प्रभारी डॉ. भूपेश द्विवेदी ने बताया कि अपने यहां 230 ऑक्सीजन सिलिडरों का बैकअप है। अभी तक एक दिन में पांच सिलिडर खप रहे थे अब यह बढ़त सात तक पहुंच गई है।

काजाबाजारी हो तो हमें बताएं-

कोरोना कंट्रोल रूम के प्रभारी डिप्टी कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि कोरोना में हर जरूरी दवा व आवश्यक सुविधा जरूरतमंद को मिले इसे लिए कंट्रोल रूम खोला गया है। कंट्रोल रूम नंबर 05180 -223012 पर सूचना दी जाए तो कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अभी तक कोई ऐसा मामला नहीं आया है।

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