ऑक्सीजन प्लांट बनना शुरू, पास-वे और कंप्रेशर रूम तैयार

जागरण संवाददाता फतेहपुर कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की भारी किल्लत की वजह

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 06:38 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 06:38 PM (IST)
ऑक्सीजन प्लांट बनना शुरू, पास-वे और कंप्रेशर रूम तैयार
ऑक्सीजन प्लांट बनना शुरू, पास-वे और कंप्रेशर रूम तैयार

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की भारी किल्लत की वजह से जिले में भी ऑक्सीजन की खूब मारा-मारी रही है। गनीमत यह रही कि सौंरा स्थिति री-फिलिग प्लांट से ऑक्सीजन लेकर टूटती सांसों को बचाया गया। संभावित तीसरी लहर को देखते हुए नवंबर 2020 में जिला अस्पताल में स्वीकृत ऑक्सीजन प्लांट का काम शुरू हो गया है। जिला अस्पताल में प्लांट के लिए पास-वे (कंटेनर कक्ष) और कंप्रेशर कक्ष बना दिए गए हैं। अगले दो दिन में इनमें मशीनरी लगाकर इसे चालू किया जाएगा।

स्वीकृत पड़े ऑक्सीजन प्लांट को शुरू कराने के लिए डीएम अपूर्वा दुबे पिछले एक माह से लगातार पैरवी कर रहीं थीं। शासन से हरी झंडी मिली तो यहां प्लांट का निर्माण भी शुरू करा दिया गया। जिला अस्पताल में निर्माणाधीन ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता 200 एलपीएम (प्रति मिनट 200 लीटर) होगी। ऑक्सीजन का निर्माण यहीं पर रासायनिक विधि से किया जाएगा और इसी प्लांट से सीधे वार्ड व इमरजेंसी के बेडों में ऑक्सीजन सप्लाई पहुंचाई जाएगी। प्लांट लगने से जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी हमेशा के लिए दूर हो जाएगी। एक मरीज पर प्रति मिनट पांच लीटर खर्च

ऑक्सीजन की खपत मरीज की स्थिति के अनुसार होती है। अगर मरीज वेंटिलेटर पर है तो उसे ज्यादा जरूरत होती है। सीएमएस डॉ. प्रभाकर ने बताया कि आम तौर पर एक मरीज पर प्रति मिनट पांच लीटर ऑक्सीजन खर्च होती है। उसी के अनुसार मरीजों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था की जाती है। प्लांट लगने से दिक्कत खत्म हो जाएगी।

डी-टाइप सिलिडर में 7000 लीटर ऑक्सीजन

एक डी-टाइप (बड़ा सिलिडर) में सात हजार लीटर ऑक्सीजन होती है। वर्तमान में जिला अस्पताल में करीब 1.40 लाख लीटर प्रतिदिन ऑक्सीजन की खपत होती है। यह खपत 95 मरीजों पर हो रही है। मरीज और बढ़ेंगे खपत और बढ़ जाएगी। लेकिन प्लांट लगने से सिलिडर का झंझट खत्म हो जाएगा। प्लांट देगा हर दिन 2.88 लाख लीटर ऑक्सीजन

जिला अस्पताल में 200 एलपीएम क्षमता का प्लांट लग रहा है। मतलब यह है कि प्लांट एक मिनट में 200 लीटर ऑक्सीजन तैयार करेगा और पूरे 24 घंटे में 2.88 लाख लीटर ऑक्सीजन तैयार हो जाएगी। बेडों के अनुपात में यहां 1.40 लाख लीटर ऑक्सीजन का खर्च है प्लांट शुरू होने पर इतनी ही ऑक्सीजन एल-1 और एल-2 अस्पताल को भी दी जा सकेगी। प्रक्रिया पूरी, जल्द शुरू होगी सप्लाई : डीएम

डीएम अपूर्वा दुबे ने कहा, ऑक्सीजन प्लांट शुरू कराने की जरूरी प्रक्रिया पूरी हो गई है। अस्पताल परिसर में ही प्लांट की इमारत भी निर्माणाधीन है, जरूरत के अनुसार तय माडल में काम भी कराया जा रहा है। मशीनरी भी मिल गई है दो दिन में यह लग भी जाएगी और ऑक्सीजन सप्लाई शुरू करा दी जाएगी।

दो और प्लांट प्रक्रिया में

-बिदकी सीएचसी

-जिला महिला अस्पताल

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