ओवरलोड ट्रकों पर नजर, ट्रैक्टरों से प्रशासन बेखबर

संवादसूत्र बहुआ राजस्व वसूली को बढ़ाने को लेकर सड़कों पर दौड़ रहे ओवरलोड ट्रकों के

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Nov 2020 06:11 PM (IST) Updated:Thu, 05 Nov 2020 01:52 AM (IST)
ओवरलोड ट्रकों पर नजर, ट्रैक्टरों से प्रशासन बेखबर
ओवरलोड ट्रकों पर नजर, ट्रैक्टरों से प्रशासन बेखबर

संवादसूत्र बहुआ: राजस्व वसूली को बढ़ाने को लेकर सड़कों पर दौड़ रहे ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ हमेशा अभियान चलता है और कार्रवाई भी होती है, लेकिन कृषि कार्य का पंजीयन कराकर धड़ल्ले से व्यवसायिक कार्य कर रहे ट्रैक्टरों पर कार्रवाई को लेकर पुलिस के साथ परिवहन और खनिज विभाग भी मौन है।

वर्तमान में मौरंग डंपों से ट्रैक्टर बड़े पैमाने में ढुलाई कर रहे हैं, और राजस्व को चूना लगाने के साथ अफसरों की आंख में भी धूल झोंक रहे हैं। कृषि कार्य के लिए पंजीयन कराने वाले ट्रैक्टरों से कहीं बालू तो कहीं ईंट, लकड़ी व अन्य सामग्री ढोई जा रही है, प्रतिदिन आधा सैकड़ा से अधिक ट्रैक्टर बहुआ कस्बे से ही क्षमता एवम मानक से अधिक ईंट लेकर पड़ोसी जनपद जाते है। बांदा जनपद से ट्रैक्टर बिना रवन्ना एवम ओवरलोड मौरंग लादकर दतौली, मुत्तौर, कोर्रा, बहुआ इत्यादि जगहों पर आते हैं। परिवहन अधिकारियों की नजर इनपर नहीं जाती यहीं कारण है कि ओवरलोड ट्रैक्टर आए दिन सड़कों पर हादसों का कारण भी बन रहे हैं।

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कामर्शियल पंजीयन है अनिवार्य

-ट्रैक्टर का व्यवसायिक कार्यों में उपयोग पर परिवहन विभाग में उसका कामर्शियल पंजीयन करना अनिवार्य होता है। राजमार्ग से लेकर जिले के हर छोटी-बड़ी सड़कों पर पूरे दिन व ईंट, मिट्टी व बालू तो गिट्टी लेकर फर्राटा हजारों ट्रैक्टर न सिर्फ विभाग को राजस्व का झटका दे रहे हैं बल्कि मौत का कारण भी बन रहे हैं।

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ट्रैक्टरों के लिए चलेगा अभियान: एसडीएम

-एसडीएम प्रमोद झा ने कहा कि ट्रैक्टर यदि व्यवसायिक कार्य कर रहे हैं, तो उनका व्यवसायिक रूप में पंजीयन भी होना अनिवार्य है। इसके लिए अभियान चलाया जाएगा और जो ट्रैक्टर बिना व्यवसायिक पंजीकरण के व्यवसायिक कार्य कर रहे हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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