हर घंटे एक हजार लोगों ने लगवाई वैक्सीन
जागरण संवाददाता फतेहपुर जिले में 18 लाख लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने के लिए स्
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: जिले में 18 लाख लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने के लिए स्वास्थ्य टीमों का अभियान तेज हो गया है। सोमवार को सर्वाधिक 9264 लोगों ने कोरोना को हराने के लिए टीके की डोज लगवाई। टीकाकरण में सर्वाधिक उत्साह युवाओं में देखा गया। सुबह से ही बूथों में युवाओं की भीड़ लगी गई। हर घंटे एक हजार टीकाकरण का औसत पूरे दिन रहा। सुबह नौ बजे से शाम छह बजे 28 गांवों और 43 बूथों में टीकाकरण का कार्य किया गया।
खजुहा, अमौली, मलवां और हसवा ब्लाक में सात-सात गांवों के क्लस्टर बनाए गए थे। कुल चार क्लस्टरों के 28 गांवों में दूसरे दिन भी टीकाकरण हुआ। अब बुधवार को इन्हीं ब्लाकों के क्लस्टर नंबर दो में टीकाकरण होगा, जबकि क्लस्टर नंबर एक के छूटे लोगों को सूचीबद्ध किया जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट के तहत 28 गांवों में 5781 लोगों को टीका लगाया गया, जबकि अलग-अलग 43 शहरी व ग्रामीण बूथों में 3483 लोगों ने टीकाकरण कराया। एक दिन में अब तक का सर्वाधिक टीकाकरण है। लगातार बढ़ रहे टीकाकरण से अब यह तय हो गया है कि गांवों में भी टीकाकरण को लेकर भ्रम टूट गया है और लोग टीकाकरण को महत्व दे रहे हैं।
आज के लिए 9500 वैक्सीन
-जिले में अभी छह हजार वैक्सीन डोज बची हैं, जबकि 3500 वैक्सीन डोज और मिली हैं जो देररात तक पहुंचेगी। इस प्रकार बुधवार के लिए कुल 9500 डोज की व्यवस्था है। वैक्सीन और प्रदान की जाए इसके लिए जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. इस्तियाक ने मंगलवार को दस हजार डोज की डिमांड और भेजी है।
क्लस्टर के इन गांवों में टीकाकरण
अमौली ब्लाक के क्लस्टर नंबर एक में छिवली, कौड़िया, गलाथा, चिल्ली, घनश्यामपुर, कंजरनडेरा, शादीपुर खजुहा ब्लाक के क्लस्टर नंबर एक के सेलावन, कंचनपुर, कांजीखेड़ा, पारादान, ललईपुर, पूरेदान, नरायणपुर, मलवां ब्लाक के क्लस्टर नंबर एक में जनता, अभयपुर, आशापुर, बेनीपुर, खानपुर, बड़ाहार, दुर्गागंज और हसवा ब्लाक के क्लस्टर नंबर एक में मुरांव, गड़रियनपुर, घनसिंहपुर, सुदामापुर, सेमरा, सुकुई, सेमरिया, मलांव गांव में टीकाकरण हुआ।
मरीज शून्य, 1158 की रिपोर्ट निगेटिव
फतेहपुर: मंगलवार को जिले में कोरोना मरीजों की संख्या शून्य रही। कोई नया मरीज न निकलने से प्रशासन ने राहत की सांस ली। उधर 1158 लोगों के नमूने जांच के लिए संदेह के आधार पर भेजे गए थे और लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया था। देरशाम इनकी रिपोर्ट आ गयी। सभी संदिग्ध निगेटिव मिले जिसके बाद यह खुशी से चहक उठे। घर वालों ने भी कोरोना से बच जाने पर राहत की सांस ली।