नहीं रहे बिदकी के 'रसखान'

संवाद सहयोगी बिदकी (फतेहपुर) गंगा-जमुनी तहजीब के कवि लंका रोड मुगलाही निवासी 98 वर्षीय क

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 07:46 PM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 07:46 PM (IST)
नहीं रहे बिदकी के 'रसखान'
नहीं रहे बिदकी के 'रसखान'

संवाद सहयोगी, बिदकी (फतेहपुर) : गंगा-जमुनी तहजीब के कवि लंका रोड मुगलाही निवासी 98 वर्षीय कवि व शायर रहमत उल्लाह नजमी का रविवार की रात निधन हो गया। स्वजन ने बताया कि अचानक उनका स्वास्थ्य बिगड़ा था।

देश की आजादी का जश्न देखने वालों में नजमी भी एक थे। उन्होंने अपनी साहित्य साधना के जीवन में 100 से अधिक पुस्तकें लिखीं हैं। वह बिदकी में कवि संस्था संस्कार भारती एवं स्वतंत्र भारती के अध्यक्ष भी थे। उन्हें रसखान की उपाधि से नवाजा जा चुका था। इसके अलावा अन्य साहित्यिक मंचों पर भी उन्हें कई सम्मान मिल चुके हैं। रसखान के निधन से पूरे नगर में शोक की लहर छा गई। उनके आवास पर लोगों का तांता लगा है। पौत्र हयात उल्लाह नजमी ने बताया कि सोमवार को उन्हें सुपुर्दे खाक कर दिया गया।

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