ऑक्सीजन की कमी नहीं, अव्यवस्था ले रही मरीजों की जान

जागरण संवाददाता फतेहपुर सरकारी हो प्राइवेट किसी भी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 08:19 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 08:19 PM (IST)
ऑक्सीजन की कमी नहीं, अव्यवस्था ले रही मरीजों की जान
ऑक्सीजन की कमी नहीं, अव्यवस्था ले रही मरीजों की जान

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : सरकारी हो प्राइवेट किसी भी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं। सरकारी और गैरसरकारी मिलाकर हर दिन 180-200 सिलिडर सौंरा ऑक्सीजन प्लांट से रीफिल किए जाते हैं। अब तो पिछले तीन दिनों से राजकीय मेडिकल कॉलेज कन्नौज और कौशांबी के लिए भी यहीं के प्लांट से ऑक्सीजन की अपूर्ति दी जा रही है। ऑक्सीजन की किल्लत बताने वाले निजी हॉस्पिटल सिर्फ अपनी जेब भरने का काम कर रहे हैं। उधर सरकारी अस्पतालों में प्रबंधन की कमी से मरीजों की सुविधा में कटौती हो रही तो वह अव्यवस्थाओं के चलते दम तोड़ रहे हैं।

जिला अस्पताल में नॉन कोविड मरीजों के लिए 120 ऑक्सीजन सुविधा वाले बेड वार्ड में है, जबकि दस बेड इमरजेंसी में है। यहां 24 घंटे ऑक्सीजन की आपूर्ति बनी रहे इसके लिए सत्यापन के लिए डीएम ने एक मजिस्ट्रेट नामित कर रखा है। यह प्रतिदिन दो मीटिग आपूर्ति व स्टाक की जांच करते हैं। लेकिन इमरजेंसी या वार्ड में ऑक्सीजन लगाने के लिए डॉक्टरों से झड़प आम बात हो गयी है। उधर, सौंरा प्लांट ने ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए बड़ी सुविधा दी है। प्लांट के बाहर एक टेंट लगाकर लोगों को ठहरने की सुविधा दी है, कोई भी व्यक्ति यदि ऑक्सीजन सिलिडर भरवाने जाता है उसके डॉक्टर पर्चा व आधार कार्ड को देखकर ऑक्सीजन रिफिल की जाती है। केस-1

हटाते और फिर लगाते ऑक्सीजन

जिला अस्पताल के महिला वार्ड में त्रिलोकीपुर के गनेश कुमार ने अपनी पत्नी कमला को भर्ती कराया है। यह अत्यंत गंभीर है। इन्हें ऑक्सीजन तो लगाया गया है, लेकिन दिन में कई बार इनका ऑक्सीजन बंद कर दिया जाता है। हालत बिगड़ने लगी तो फिर लगाया जाता है। खास बात यह है कि नॉन कोविड इस मरीज को कई महंगी दवाएं बाहर से लिखी गई है। केस-2

रात भर में तीन हजार चार्ज

एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती मरीज ने नर्सिंग होम की पोल खोलते हुए बताया कि वह अस्पताल में उपचार करा रहे हैं। एक रात का ऑक्सीजन चार्ज तीन हजार रुपया है। क्या करें शिकायत भी नहीं कर सकते क्योंकि तीन हजार में ऑक्सीजन व सुविधा तो मिल रही है। बता दें प्रति सिलिडर री-फिलिग चार्ज मात्र 500 रुपये है, जो एक मरीज के लिए 24 घंटे काम आता है।

जिला अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है, जरूरत वाले मरीजों को 24 घंटे भी ऑक्सीजन पर रखा जा रहा है। डॉक्टर जिसके लिए ऑक्सीजन की सलाह देते हैं, उसे दी जाती है जिसका ऑक्सीजन लेबल सही आ जाता है उसकी हटा भी दी जाती है।

डॉ प्रभाकर सीएमएस जिला अस्पताल

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