नपा नहीं खोज पाई जल निकासी की समस्या का समाधान
संवाद सहयोगी बिदकी तहसील के पीछे नई बस्ती की जल निकासी की समस्या का नगर पालिका समाधान न
संवाद सहयोगी, बिदकी : तहसील के पीछे नई बस्ती की जल निकासी की समस्या का नगर पालिका समाधान नहीं खोज पाई है। बस्ती इस बार फिर बारिश में जलमग्न होगी। घरों में पानी घुसेगा। जल भराव की इस समस्या बस्ती में रहने वाले 110 परिवार परेशान हैं। नई बस्ती के बाशिदे पिछले करीब एक दशक से जल भराव की समस्या उठाते आए हैं।
बारिश के दिनों में पूरी बस्ती की नालियों और सड़क पानी भरने के साथ ही घरों में घुसने लगता है। बस्ती के लोगों ने इस समस्या का समाधान खोजने के लिए नगर पालिका के चक्कर काट कर थक चुके हैं। अधिक बारिश होने की दशा में नगर पालिका को यहां पंपिग सेट लगाकर पानी निकालना पड़ता है।
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नपा ने नहीं किया एसडीएम के निर्देशों का पालन
-जल भराव से जूझ रही बस्ती की समस्या का स्थाई हल निकालने के लिए एसडीएम ने प्लाटिग करने वाले चार भूमि मालिकों पर शिकंजा कसने के ईओ को निर्देश दिए थे। तत्कालीन एसडीएम प्रियंका ने भी इस बस्ती का दौरा किया था। प्लाटिग करने वाले भूमि मालिकों को नोटिस के लिन नगर पालिका को निर्देशित किया था। पर नगर पालिका ने नोटिस जारी नहीं की।
----------------------- प्लाटिग के दौरान नाला बनाने को नहीं छोड़ी जगह
-बस्ती बसाने वालों ने प्लाटिग के दौरान बस्ती की जल निकासी की समस्या पर गौर ही नहीं किया। बस्ती के घरों व बारिश का पानी कैसे बाहर निकलेगा। इसके लिए नाला या नाली बनाने को कोई जगह नहीं छोड़ी गई। इस कारण अब नगर पालिका चाहकर भी नाला निर्माण नहीं करा पा रही है। बिना ले आउट पास कराए की गई प्लाटिग पर तब पालिका ने कोई कार्रवाई नहीं की।
------------------ -तहसील के पीछे नई बस्ती की जल निकासी की समस्या का कोई समाधान नहीं हो सका है। प्लाटिग करने वाले जमीन के मालिक को अभी नोटिस नहीं दी गई है। खेत के बीच से जल निकासी को नाला बनाने की कोशिश हुई। पर जमीन नहीं मिली। इस कारण नाला नहीं बन पाया।
प्रवीण कुमार, अवर अभियंता नपा --------------------- बस्ती के लोगों का दर्द
-बस्ती की जल निकासी के लिए कोई नाला और नाली नहीं है। इस बार बरिश में फिर जल भराव की समस्या होगी। घरों में बारिश का पानी घुसेगा। जितेंद्र मिश्र अष्टावक्र कई बार आश्वासन के बाद भी बस्ती की इस समस्या का समाधान नहीं हो सका है। नगर पालिका इस समस्या के समाधान की ओर ध्यान नहीं दे रही है। मइयादीन