नगर पालिका बनाएगी प्राकृतिक आक्सीजन बैंक
संवाद सहयोगी बिदकी कोरोना के दौर ने लोगों को प्रकृति से प्रेम की सीख दी है। प्रचुर मात्रा
संवाद सहयोगी, बिदकी : कोरोना के दौर ने लोगों को प्रकृति से प्रेम की सीख दी है। प्रचुर मात्रा में आक्सीजन देने वाले पेड़ों के पौध लगाने की सोच लोगों में पनपी है। नगर क्षेत्र का लगातार विस्तार हो रहा है, पर पेड़ पौधे कम होते जा रहे हैं। नगर पालिका को क्षेत्र विस्तार ने चिता में डाल दिया है। बस्ती बसने के साथ जो पेड़-पौधे हैं वह भी नष्ट हो रहे हैं। पेड़ों की कमी को पूरा करने के लिए अब पालिका पीपल और बरगद के पौधे तालाबों के किनारे लगाने के लिए तालाबों को चिह्नित कर रही है।
दैनिक जागरण के पीपल और बरगद लगाने के अभियान ने पालिका को इन पौधों को लगाने के लिए प्रेरणा दी है। नगर क्षेत्र के अंदर जहानपुर, ठठराही, मीरखपुर शीतला देवी मंदिर के पास, पुरानी बिदकी ज्वाला देवी मंदिर के पास बड़े तालाबों को चिह्नित करने के लिए टीम लगाई गई है। नगर पालिका अध्यक्ष मुन्ना लाल सोनकर ने निर्माण विभाग को इस बात के निर्देश दिए हैं कि तालाबों के किनारे पीपल और बरगद लगाने के लिए भूमिको चिह्नित कर लें। इन चार बड़े तालाबों के आसपास 20 पीपल और 20 बरगद के पेड़ लगाए जाएंगे। लंका रोड बनेगी ग्रीन बेल्ट
नगर के लंका रोड से एक बड़ा गलियारा करीब ढाई किमी लंबा है। यह गलियारा बिदकी बाईपास के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है। दो वर्ष पूर्व तत्कालीन एसडीएम सुशील ने इस गलियारे की पैमाइश करा अतिक्रमण मुक्त कराया था। अब नगर पालिका इस गलियारे में ग्रीन बेल्ट बनाने पर विचार कर रही है। ईओ निरूपमा प्रताप ने कहाकि इस गलियारे में भी पीपल और बरगद के पेड़ लगाए जा सकते हैं। पेड़ों की कमी से आक्सीजन की कमी होगी। इस कारण तालाबों के किनारे खाली स्थानों पर पीपल और बरगद लगाए जाएंगे। इससे तालाबों पर कब्जे रुकने के साथ ही प्राकृतिक रूप से आक्सीजन बैंक बनकर तैयार होगा। अच्छे स्वास्थ्य के लिए पीपल और बरगद जरूरी हैं।
मुन्ना लाल सोनकर, अध्यक्ष नगर पालिका बिदकी