पड़ोसी की जर्जर पक्की दीवार ढहने से सास-बहू की दबकर मौत
- घर के दरवाजे पर बैठीं थी सास-बहू तभी ढहकर गिर गई दीवार - दिवंगतों के आश्रितों क
- घर के दरवाजे पर बैठीं थी सास-बहू, तभी ढहकर गिर गई दीवार
- दिवंगतों के आश्रितों को मिलेगी चार-चार लाख की आर्थिक मदद
संवाद सूत्र, हथगाम (फतेहपुर) : थाना क्षेत्र के कसरांव गांव में मंगलवार सुबह झमाझम बारिश के दौरान पड़ोसी की पक्की ईंट की जर्जर दीवार अचानक ढह जाने से सास-बहू की दबकर मौत हो गई। खबर पाकर तहसीलदार शशिभूषण मिश्र ने गांव पहुंचकर जांच पड़ताल की। उन्होंने प्रदेश शासन द्वारा मिलने वाली आर्थिक सहायता के रुप में चार-चार लाख रुपये के अलावा तीनों बच्चों को सरकारी योजना का लाभ दिलाए दिलाए जाने की बात कही। कसरांव निवासी स्व. इंद्रपाल रैदास की 55 वर्षीय पत्नी कलावती परिषदीय स्कूल में रसोइयां थीं। सुबह सात बजे करीब बारिश हो रही थी। दैनिक कार्यों से विरत होने के बाद वह अपने दरवाजे पर छप्पर के नीचे बैठ गईं। कुछ देर बाद ही इनकी 35 वर्षीय बहू श्यामा देवी पत्नी स्व. रोशन भी सास के बगल में आकर बैठ गई। दोनों सास-बहू आपस में बात कर रही थीं कि तभी इनके ऊपर पड़ोसी श्रीकेशन साहू की पक्की ईंट की दीवार ढहकर गिर गई।आनन फानन ग्रामीण दौड़कर पहुंचे और मलबा हटाकर सास-बहू को गंभीर हालत में बाहर निकालकर नजदीकी अस्पताल लेकर गए, जहां पर चिकित्सकीय टीम ने दोनों महिलाओं को मृत घोषित कर दिया।
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.. गृहस्वामी ने किया लापरवाही
- खबर पाकर पाकर थानाध्यक्ष अश्वनी सिंह मय मौके पर पहुंओ। ग्रामीणों ने एसओ से बताया कि श्रीकेश साहू की पक्की ईंट वाली दीवार बेहद जर्जर थी। बारिश में कई बार गृहस्वामी को इसके बारे में सचेत भी किया गया था लेकिन उसने दीवार का मरम्मतीकरण नहीं कराया। यदि दीवार बन गई तो शायद इतनी बड़ी घटना न होती।
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मां-दादी की मौत से बच्चे हुए अनाथ
-दिवंगत श्यामा देवी की तीन संतानें दस वर्षीय पुत्री खुशी, आठ वर्षीय पुत्र अमन व छह वर्षीय पुत्री कामिनी अनाथ हो गए। बच्चों के पिता रोशन की पहले मौत हो चुकी थी। कुदरत के कहर से बच्चे बेसुध रहे।पिता के बाद मां व दादी की मौत से बच्चे बेहाल रहे। दिवंगत कलावती का दूसरा पुत्र आशू कानपुर शहर में रहकर मेहनत-मजदूरी करता है जिसे ग्रामीणों ने सूचना दे दी है। इनसेट - 24 घंटे में मुहैया कराई जाएगी मदद -तहसीलदार शशिभूषण मिश्र क्षेत्रीय लेखपाल के साथ सुबह नौ बजे करीब वह स्वयं गांव पहुंच गए। तहसीलदार ने दिवंगत सास-बजू के आश्रितों को शासन से मिलने वाली चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता से संबंधित कागजात शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिए। तहसीलदार ने बताया कि 24 घंटे के अंदर समस्त कार्रवाई पूर्ण करके आश्रितों को धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। इनसेट - बच्चों को प्रतिमाह मिलेंगे पांच हजार दिवंगत श्यामा देवी की तीन संतानों में दो बच्चे विद्यालय जाते हैं। तहसीलदार शशिभूषण मिश्र ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल विकास योजना के तहत दोनों बच्चों को ढाई-ढाई हजार रुपये प्रति माह दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। बुधवार को जिला प्रोबेशन अधिकारी गांव पहुंचकर आवश्यक कार्रवाई पूर्ण कर लेंगे।
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नींद न खुलने से बाल-बाल बचे बच्चे दिवंगत सास-बहू दोनों अक्सर सुबह जल्दी उठ जाती थीं। बच्चे देर तक सोते रहते हैं। मंगलवार सुबह भी यही हुआ। ग्रामीणों के बीच चर्चा रही कि यदि बच्चे भी मां के साथ उठ जाते तो वह भी छप्पर के नीचे आकर मां व दादी के पास बैठ जाते। सोने की होने की वजह तीनों