सुराग लगाने को खंगाली जा रही मोबाइल कॉल डिटेल

..............पूर्व प्रधान हत्याकांड .......... - दूसरे दिन भी ग्रामप्रधान व इनके भाइयों से पूछताछ में उलझी रही टीमें - वर्ष 19

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 May 2020 06:09 PM (IST) Updated:Sat, 30 May 2020 06:09 PM (IST)
सुराग लगाने को खंगाली जा रही मोबाइल कॉल डिटेल
सुराग लगाने को खंगाली जा रही मोबाइल कॉल डिटेल

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : थरियांव थाने के फरीदपुर गांव में पूर्व प्रधान शिवशंकर यादव हत्याकांड का पर्दाफाश करने में उलझी एसओजी के हाथ दूसरे दिन भी कोई सुराग हाथ नहीं लग सका। हालांकि हत्थे चढ़े ग्राम प्रधान व उसके भाइयों से पूछताछ करने में अभी जुटी है। दूसरी तरफ सर्विलांस टीम आरोपितों ग्राम प्रधान व पीड़ित परिवार के कॉल डिटेल खंगाल रही है।

मिचकी फरीदपुर निवासी पूर्व प्रधान शिवशंकर यादव हत्याकांड के पीछे पुलिस टीम इनकी आपराधिक हिस्ट्री भी खंगाल रही है। अब तक की जांच में पता चला है कि वर्ष 1980 में पड़ोसी अतरहा गांव में एक युवक की हत्या हुई थी, जिसमें मृतक नामजद था। कहीं पुरानी खूनी रंजिश के चलते घटना को अंजाम तो नहीं दिया गया, इस बिदु की भी पड़ताल चल रही है। हत्थे चढ़े ग्राम प्रधान जयसिंह यादव, इनके भाई शेर सिंह यादव, नरपत यादव व उदय सिंह से पुलिस दूसरे दिन भी पूछताछ में उलझी रहीं। एसओ विनोद कुमार गौतम व एसओजी प्रभारी विनोद कुमार मिश्र का कहना था अभी आरोपित व पीड़ित परिवार से पूछताछ कर सुराग एकत्रित किए जा रहे हैं।

बेटी को ढाई बीघा खेत दिए थे

मृतक पूर्व प्रधान शिवशंकर यादव की एक विवाहित बेटी कुंती देवी मायके में ही रहती है जिसे पूर्व प्रधान ने 17 बीघे खेत में ढाई बीघे खेत जोतने बोने के लिए दे रखा था कि वह जीविकापार्जन करती रहेगी। पुलिस को संदेह है कि इसी प्रापर्टी विवाद में तो कहीं हत्या को अंजाम नहीं दिया गया, इसलिए बेटे चमन सिंह को बुलाकर घंटों पूछताछ की। एसओ ने कहा कि नजदीकियों से भी पूछताछ की जा रही है, शीघ्र ही घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।

एसपी से मिले हसवा ब्लाक प्रमुख

हसवा ब्लाक प्रमुख अक्षय लोधी शनिवार को मृतक पूर्व प्रधान की पत्नी राजरानी व बेटे चमन सिंह के साथ पुलिस कप्तान प्रशांत वर्मा से मिले। ब्लाक प्रमुख ने एसओ विनोद कुमार व हसवा चौकी इंचार्ज प्रशांत कटियार को हटाकर किसी दूसरे सक्षम अधिकारी से मामले की जांच कराने की मांग की। कहा कि आरोपितों से पुलिस सही ढंग से पूछताछ न करके पीड़ित परिवार को ही परेशान कर रही है और चार-चार घंटे परेशान कर रही है।

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