प्रोफेसर बनना चाहतीं हैं मनस्वी
प्रोफेसर बनना चाहतीं हैं मनस्वी महर्षि विद्या मंदिर की छात्रा और शहर के आवास विकास
प्रोफेसर बनना चाहतीं हैं मनस्वी
महर्षि विद्या मंदिर की छात्रा और शहर के आवास विकास कालोनी में रहने वाली और 98.2 फीसद अंक लाने वाली जिला टापर मनस्वी तिवारी महाविद्यालय में शिक्षक बनना चाहतीं हैं। उन्होंने कहा, पिता अश्वनी तिवारी प्राइवेट स्कूल में प्रधानाचार्य हैं तो मां साधना बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षिका हैं। ऐसे में समाज में शैक्षिक माहौल देने का जज्बा है। मेरा मानना है कि बिना शिक्षा के समाज उन्नति नहीं कर सकता है। एमबीए बनकर देश को तरक्की दिलाएगा वंश
महर्षि विद्या मंदिर के छात्र और चौक बाजार में रहने वाले 97.4 फीसद अंक वाला मेधावी वंश रस्तोगी कहते हैं कि इंटर के बाद वह बीकाम और फिर एमबीए करेंगे। व्यवसायी दंपती मोनू- निवेदिता रस्तोगी का बेटा बोला कि नौकरी में रुचि नहीं है व्यापार में ही नाम रोशन करेंगे। फुटबाल और गिटार का शौकीन मेधावी का कहना है कि प्रतिदिन आनलाइन क्लासेज के अलावा 3-4 घंटे की पढ़ाई से मुकाम हासिल हुआ है। इसका श्रेय माता, पिता गुरुजनों को जाता है। अनुराधा की आइएएस बनना ही दिली तमन्ना
सेंट जेवियर्स की छात्रा और बहुआ कस्बे में रहने वाली इंटर की परीक्षा में 97.4 अंक बटोरने वाली अनुराधा के पिता पुष्पेंद्र शिक्षामित्र हैं और मां रश्मि गृहणी हैं। मेधावी का कहना है कि सफलता के लिए टापिक के हिसाब से पढ़ाई को आधार बनाया था। आनलाइन पढ़ाई का बड़ा प्लेटफार्म है। सीधी क्लासेज का अपना अलग ही मजा है। वह आइएएस बनकर देश की सेवा और माता-पिता का नाम रोशन करना चाहती है। आइआइटियंस बन देश को तरक्की देगा गोविद
सेंट जेवियर्स की छात्र और बहुआ कस्बे में रहने वाले और इंटर की परीक्षा में 97.4 अंक अर्जित करने वाले मेधावी गोविद सिंह के पिता आशीष सिंह किसान हैं जबकि मां कल्पना सिंह गृहणी हैं। मेधावी ने कहाकि उसने आनलाइन पढ़ाई को ही आधार बनाया, ट्यूसन नहीं किया। उसका सपना आइआइटियंस बनने का है और इस लक्ष्य को पाकर रहेगा। इंजीनियर बनने की बचपन से तमन्ना है। इस सफलता का श्रेय माता-पिता और गुरुजनों के मार्गदर्शन को जाता है।