पक्का तालाब के सुंदरीकरण के लिए लिखा खून से खत
संवाद सहयोगी खागा नगर के पक्का तालाब को खोया हुआ स्वरूप वापस दिलाने की मांग ने जोर पकड़
संवाद सहयोगी, खागा : नगर के पक्का तालाब को खोया हुआ स्वरूप वापस दिलाने की मांग ने जोर पकड़ लिया। पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग कर रहे बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के केंद्रीय अध्यक्ष इंजीनियर प्रवीण पांडेय की अगुवाई में समिति कार्यकर्ताओं ने बुधवार को तालाब किनारे बैठकर इसके सुंदरीकरण के लिए देश के प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद, जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी को खून से पत्र लिखकर भेजा।
समिति के स्वयंसेवकों ने पक्का तालाब के इतिहास पर चर्चा करते हुए बताया कि आजादी से पूर्व मि•रापुर निवासी एक व्यापारी ने इसका निर्माण कराया था। आजादी के 75 वर्ष हो रहे हैं, पक्का तालाब अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। छह बीघा क्षेत्रफल वाले पक्का तालाब के नाम पर बस्ती तो आबाद हो गई। इसकी बदहाली दूर करने का प्रयास नहीं हुआ। अतिक्रमण की वजह से तालाब का दायरा बेहद कम हो चुका है। केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा कि तालाब का संरक्षण नगर के लिए बेहद जरूरी है। देवव्रत और डालचंद्र का कहना था बुंदेलखंड राष्ट्र समिति जल, जंगल और जमीन के संरक्षण तथा संवर्धन हेतु संघर्ष करती रहेगी। अजय गुप्त का कहना था पक्का तालाब को पुराना स्वरूप दिलाने के प्रयास जारी हैं, आने वाले दिनों में अभियान और तेज किया जाएगा। रोहित कुमार, शुभम, असर्फी, अंकेश, प्रांशु, विपिन आदि स्वयंसेवक रहे।