बिचौलियों का गेहूं गोदाम में, भटक रहे अन्नदाता
जागरण संवाददाता फतेहपुर विपणन शाखा के असोथर क्रय केंद्र का हाल यह है कि बिचौलियों
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : विपणन शाखा के असोथर क्रय केंद्र का हाल यह है कि बिचौलियों से खरीद कर गेहूं गोदाम में भंडारित कराया जा रहा है और तौल के लिए केंद्र में गेहूं लेकर आए अन्नदाता महीनों से खुले आसमान के नीचे इंतजार कर रहे है। केंद्र से समीप ही बिचौलिये सरकारी बोरी का इस्तेमाल कर कांटा लगाकर खरीद करते रहे और विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की नजर नहीं गई यह बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है। हालात यह है कि इस समय मंडी के कांटा में दस हजार क्विंटल गेहूं डंप पड़ा है। गेहूं खरीद में पारदर्शिता के लिए शासन ने इस बार प्राइवेट एजेंसियों को तौल के लिए अधिकृत नहीं किया। अभी तक प्राइवेट संस्थाओं के माध्यम से खेल करने वाले माफिया इस बार सरकारी क्रय केंद्रों में पैठ बना लिया। सोने में सुहागा यह हो गया कि कोरोना के चलते प्रशासनिक अधिकारी दूसरे कार्यो में व्यस्त है। पिछले दिनों केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने बिदकी मंडी समिति में बिचौलियों के ढेर पकड़े थे। असोथर में तो सामानांतर कांटा पकड़ा गया। किसानों का दर्द
केंद्र में तौल के लिए 18 अप्रैल को गेहूं लाए थे, विभाग ने 5 मई को तौल करने का टोकन दिया लेकिन इसके बाद भी सुनवाई नहीं हो रही। परेशान किसान बगल में सस्ते दर में बेच देते हैं।
राजेश गुप्त, जरौली क्रय केंद्र में किसानों को जानबूझ कर परेशान किया जाता है। एक मई को गेहूं लेकर केंद्र आए सात मई का टोकन था इसके बाद भी तौल नहीं हो रही, खुले आसमान में गेहूं भी बर्बाद हो रहा।
रघुराज प्रजापति, बेरूई गेहूं पतला होने का बहाना कर किसानों के गेहूं में प्रति क्विंटल पांच से छह किलों की कटौती की जाती है, सौ क्विंटल गेहूं लिए असोथर मंडी में तीस अप्रैल से पड़े हैं।
छोटेलाल , रानीपुर असोथर मंडी में टोकन का कोई मतलब हीं नहीं है, खरीद केंद्र में पूरी तरह से मनमानी होती है, सौ क्विंटल गेहूं की तौल का टोकन 13 मई का दिया पर तौल नहीं हुई।
दिनेश प्रताप सिंह, असोथर