फतेहपुर में कोरोना को हराने में सुधर गया स्वास्थ्य का बदहाल ढांचा

जागरण संवाददाता फतेहपुर कोरोना ने सबसे बड़ी चुनौती अगर किसी के सामने पेश की तो स्वास्थ्य

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Dec 2020 11:32 PM (IST) Updated:Fri, 25 Dec 2020 11:32 PM (IST)
फतेहपुर में कोरोना को हराने में सुधर गया स्वास्थ्य का बदहाल ढांचा
फतेहपुर में कोरोना को हराने में सुधर गया स्वास्थ्य का बदहाल ढांचा

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: कोरोना ने सबसे बड़ी चुनौती अगर किसी के सामने पेश की तो स्वास्थ्य विभाग के सामने। तमाम कागजी दावों के बावजूद जमाने से खुद ही बीमार पड़े स्वास्थ्य ढांचे पर बड़ी संख्या में आने वाले कोरोना संक्रमितों को ठीक करने का बड़ा भार आ पड़ा। ऐसे में लगातार स्वास्थ्य ढांचे में सुधार का क्रम चला। जांच मशीनें, बेडों में इजाफे से लेकर कई संसाधन बढ़ाए गए। स्वास्थ्य टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया। डॉक्टर बड़ी तत्परता से मानव सेवा के कार्य में जुटे और कोरोना योद्धा बने।

स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहद कमियां होने के चलते जिले का चयन आकांक्षात्मक जनपद के रूप में हुआ था। ऐसे में वैश्विक महामारी कोरोना आ गयी, जिसके बाद स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार भी प्रारंभ हुआ। सीएसआर फंड से अब तक करीब पौने दो करोड़ की राशि जिले में खर्च की जा चुकी है, जिसके बाद सरकारी अस्पताल सुविधाओं से लैस हुए और चिकित्सा व्यवस्था सुधरी। सरकारी अस्पतालों को स्तरीय बनाने के लिए अब भी अनेक कार्यो का काम चल रहा है। पांच सितंबर 2019 को नीति आयोग के हेल्थ एण्ड न्यूट्रीशियन डब्ल्यूडीसीडी सलाहकार आलोक कुमार ने सीएसआर मद से विकास के लिए सीपीएसई निर्धारित करते हुए एचपीसीएल -हिदुस्तान पेट्रोलियम को नामित किया था। सीएसआर फंड से जनपद के विकास में चार चांद लगाने के लिए नामित हुई उक्त संस्था को जिला प्रशासन ने अक्टूबर 2019 में पत्र के माध्यम से यहां 18 प्रोजेक्टों पर काम करने और उसका अनुमानित खर्च 2.37 करोड़ बताते हुए काम का मौका दिया। जिसके बाद उक्त प्रोजेक्टों पर खर्च की सहमति देते हुए स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार कार्य कराने पर सहमति जताई। डीएम संजीव सिंह ने नवंबर माह में क्रय कमेटी गठित चिकित्सा उपकरणों की खरीद की सहमति दी। सामान की खरीद हो पाती इससे पहले कोरोना संकट आ गया। कोरोना काल में उपकरणों की खरीद कर अस्पतालों में स्थापित किया गया। संसाधनों की कमी और अव्यवस्था के कारण सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को छोड़कर जिला अस्पताल की तरफ भाग रहे ग्रामीण मरीजों को अब घर के पास ही अत्याधुनिक सुविधाएं मिलने लगी हैं। चिकित्सा उपकरणों से छह सीएचसी और चार पीएचसी को लैस किया गया है।

इनसेट...कोरोना काल में खरीदी गई चिकित्सा सामग्री

सामाग्री का नाम-----------------मात्रा-------------- आपूर्ति कीमत

आरओ प्लांट-------------------------06------------------3.60 लाख

डिजिटल हीमोग्लोबिनोमीटर---------------50-----------------3.25 लाख

डिजिटल एक्सरे विद सीआरएस सिस्टम--------05 ---------------74.20 लाख

पैथालॉजिकल माइक्रोस्कोप---------------06----------------92040 रुपये

डीजी सेट 25 केवीए-------------------06----------------25 लाख

रेफ्रिजरेटर डबल डोर-------------------14----------------3.94 लाख

एसी डेढ़ टन------------------------20-----------------5.18 लाख

हाइड्रोलिक ओटी टेबल-----------------02----------------1.77 लाख

हाइड्रोलिक एलआर टेबल---------------18-----------------7.11 लाख

वाटर गीजर------------------------06------------------44394 रुपये

ईसीजी मशीन--------------------- -04-------------------23400 रुपये

मेडिसिन ट्राली----------------------20-----------------29980 रुपये

हीमोग्लोबीनोमीटर--------------------400----------------2320000 रुपये

होरिजेंटल आटोक्लेव-------------------01--------------- 498900 रुपये

क्रश कार्ड----------------------- -12-----------------432000 रुपये

डिफ्रीब्रिलेटर----------------------01------------------444900 रुपये

कार्डियक मनीटर--------------------05-------------------425000 रुपये

डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड-----------------04-------------------75329 रुपये इनसेट.....

इन अस्पतालों को उपकरणों की सुविधा मिली

1-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमौली

2-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिदकी

3-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गाजीपुर

4-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खागा

5-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हथगाम

6-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरायं खालिस

7-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खखरेडू

8-प्राथमिक स्वास्क्य केंद्र थरियांव

9-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धाता

10-प्राथमिक स्वास्क्य केंद्र जहानाबाद

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अस्पतालों को सुविधा संपन्न बनाने पर पूरा जोर -डीएम

-डीएम संजीव सिंह ने बताया कि आकांक्षात्मक जनपद स्वास्थ्य सुधार का काम चल रहा है। नीति आयोग से सीएसआर फंड खर्च करने के लिए हिदुस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड को नामित किया गया है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार के लिए हमने 2.11 करोड़ खर्च किए गए हैं। इसके अलावा अन्य सुधारों पर भी चर्चा हो रही है। 2021 में नई उम्मीद के साथ यह सुविधाएं मिलेगी

-जिला महिला अस्पताल में एमएनसीयू की सुविधा मिलेगी।

-खागा, हथगाम समेत तीन जगह पर एफआरयू की सुविधा शुरू होगी।

-दो पीएचसी और एक सीएचसी का स्थाई रूप से संचालन किया जाएगा।

-109 जगहों पर हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर बनाकर स्वास्थ्य सुविधा दी जाएगी।

उच्चस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं देंगे - सीएमओ

सीएमओ डॉ एसपी अग्रवाल ने बताया कि जिले में बीते एक साल में स्वास्थ्य के क्षेत्र में मैनपावर, इमारत और सामग्री की आपूर्ति बेहर हुई है। अब हम जिले में ही उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए अग्रसर है। हमारा स्वास्थ्य कवरेज बढ़ गया है। जबकि हर गांव में हमारी एंबुलेंस सेवा पहुंच कर मरीजों को उपचार कराने का लाभ दे रही है।

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