काम में सुधार लाओ वर्ना दर्ज होगा मुकदमा

जागरण संवाददाता फतेहपुर यूपी सरकार ने मिशन 2022 का आगाज कर दिया है। विकास परक व ल

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 12:18 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 12:29 AM (IST)
काम में सुधार लाओ वर्ना दर्ज होगा मुकदमा
काम में सुधार लाओ वर्ना दर्ज होगा मुकदमा

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: यूपी सरकार ने मिशन 2022 का आगाज कर दिया है। विकास परक व लाभार्थी कल्याण वाले काम तेज हो इसके लिए प्रशासनिक मशीनरी भी सक्रिय हो गई है। मंगलवार को मंडलायुक्त संजय गोयल ने जिले का दौरा कर कामकाज तेज करने को तल्खी दिखाई। सुबह पहर विकास भवन में विकास कार्य की समीक्षा की तो दोपहर में जिला अस्पताल में संभावित तीसरी लहर के लिए की गई तैयारियां व निर्माणाधीन मेडिकल कालेज का काम देखा। शाम को मेउली गांव में निर्माणाधीन आयुष चिकित्सालय को देखा और जल्द निर्माण पूरा करने को कहा।

कमिश्नर ने मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाले 37 विकास कार्यक्रमों की समीक्षा की। समीक्षा दौरान वह राजकीय निर्माण निगम के कार्यों पर खफा हो गए। प्रोजेक्ट मैनेजर को खड़ा कर पांच साल में अधर में लटके सीएचसी के निर्माण पर खरी खोटी सुनाई। बोले बार-बार एस्टीमेट बढ़ाने और काम को लटकाने का खेल वह खूब समझते हैं। काम में सुधार लाओ वर्ना मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने भूजल संरक्षण, अतिक्रमण अभियान, राजस्व वादों के निस्तारण, खनिज पट्टों की स्थिति, सरकारी विभागों बिजली बिल के बकाया, सड़कों की विशेष मरम्मत, नवीनीकरण, सामान्य मरम्मत, सेतु निर्माण, गोवंश संरक्षण, पशु टीकाकरण, बेसहारा गोवंश के लिए सहभागिता योजना, चिकित्सकों की उपलब्धता, गोल्डेन कार्ड वितरण, आपरेशन कायाकल्प, नगर विकास के कार्यों, पीएम आवास, सीएम आवास, पाइप पेयजल योजनाओं, लाभार्थी परक योजनाएं जैसे पेंशन, विवाह अनुदान आदि की बिदुवार समीक्षा की। बैठक दौरान डीएम अपूर्वा दुबे ने कहा कि निर्देशों का सही पालन कराया जाएगा। इस मौके पर सीडीओ सत्य प्रकाश, एडीएम वित्त लालता प्रसाद, एडीएम न्यायिक विनीता सिंह, एसडीएम सदर प्रमोद झा, एसडीएम खागा आशीष सिंह, डीडीओ रमेश चंद्रा, डीएचटीओ जोगेंद्र सिंह समेत सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

तीन घंटे चली बैठक, सहमे रहे अफसर

कमिश्नर की बैठक करीब तीन घंटे चली। कमिश्नर के तेवर देखकर अफसर सहमे रहे। हर किसी को भय था कि कहीं उनके विभागीय कार्यों पर सवाल न खड़े हो जाएं। कई ऐसे विभाग रहे जिनके कार्यों की विस्तारित समीक्षा नहीं हुई। वह डांट फटकार से बच जाने में खुश दिखे।

दूसरी बार जिले में आए

मंडलायुक्त मार्च माह में एक बार जिले आ चुके थे, लेकिन उनका वह दौरा बेहद निजी था। जिसके कारण उस दौरे में उन्होंने सिर्फ डीएम-एसपी से ही मुलाकात की थी। मंगलवार को जब वह दूसरी बार पहुंचे तो विधिवत हर काम पर नजर दौड़ाई और अफसरों की कार्यशैली को भी परखा।

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