आधार कार्ड लिक नहं होने पर पात्र गृहस्थी के 250 कार्ड निरस्त

केस एक मोहल्ला सानी गड़वा निवासी राम आसरे ने बताया कि उसके परिवार में 8 सदस्य हैं। कक

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 06:24 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 06:24 PM (IST)
आधार कार्ड लिक नहं होने पर 
पात्र गृहस्थी के 250 कार्ड निरस्त
आधार कार्ड लिक नहं होने पर पात्र गृहस्थी के 250 कार्ड निरस्त

केस एक : मोहल्ला सानी गड़वा निवासी राम आसरे ने बताया कि उसके परिवार में 8 सदस्य हैं। ककड़ी का ठेला लगाकर किसी तरह परिवार पाल रहे थे। पात्र गृहस्थी का राशन कार्ड था तो खाने के लिए गेहूं और चावल सरकार से मिल जा रहा था। अब तो वह निरस्त हो गया है। दो बार आधार कार्ड दे चुके हैं, इसके बाद भी राशन कार्ड नहीं बनाया गया।

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केस दो : मोहल्ला मूलचंद गली निवासी कुरैशा के परिवार में भी आठ सदस्य हैं। पात्र गृहस्थी का राशन कार्ड था तो गेहूं चावल कोटे से मिल रहा था लेकिन आधार कार्ड लिक न होने से 5 माह से राशन नहीं मिल रहा है जबकि साप्ताहिक बंदी का वक्त है। राशन कार्ड होता तो कम से कम से किसी से गेहूं चावल के लिए तो हाथ नहीं फैलाना पड़ता। घर का खर्च कपड़े धो कर चला रहे हैं।

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संवाद सूत्र, जहानाबाद (फतेहपुर): पूर्ति विभाग की मनमानी के चलते पात्र गृहस्थी के 250 राशन कार्ड निरस्त कर दिए गए जिससे साप्ताहिक बंदी के दौरान गरीब परिवार दूसरे के सामने हाथ फैलाने को मजबूर हैं। कोरोना संक्रमण के इस दौर में ऐसे गरीब परिवारों के सामने दो जून की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो रहा है।

माह दिसंबर और जनवरी में पूर्ति विभाग ने राशन कार्ड से आधार कार्ड लिक न होने के कारण पात्र गृहस्थी के 250 राशन कार्ड निरस्त कर दिए गए। इससे इन गरीब परिवारों को राशन मिलना बंद हो गया। इसके बाद कोटेदारों के माध्यम से इन परिवारों के राशन कार्ड जारी करने के लिए आधार कार्ड मांगे गए। राशन से वंचित उपभोक्ताओं ने कोटेदार के साथ तहसील स्थित पूर्ति कार्यालय में भी आधार कार्ड जमा किए। हालांकि इसके बाद भी इनके राशन कार्ड नहीं बनाए गए। अब कोरोना संक्रमण बढ़ा तो इन परिवारों का कारोबार भी बंद हो गया। ऐसे में पूरे परिवार को दो जून की रोटी के लिए राशन जुटाना इनके लिए मुश्किल हो गया है।

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पूर्ति विभाग की मनमानी से 250 परिवार खाद्यान्न संकट में फंस गए हैं। कई बार प्रार्थना पत्र देने के बाद भी विभाग के अधिकारी निरस्त राशन कार्ड फिर से नहीं बना रहे हैं।

महेश चौरसिया, सभासद

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शिकायतकर्ताओं में यदि कोई पात्र है तो उनके राशन कार्ड फिर से बनाए जाएंगे। किसी गरीब का राशनकार्ड नहीं कटेगा।

पवन सिह, पूर्ति निरीक्षक

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जहानाबाद में जनसंख्या के अनुपात में राशन कार्डों की संख्या अधिक हो गई है। 65 प्रतिशत के सापेक्ष 73 प्रतिशत राशनकार्ड बन गए है जिसमें जांचोपरांत कुछ अपात्रों के राशन कार्ड हटाए गए हैं। कुछ राशन कार्ड में आधार कार्ड नंबर फीड नहीं था इस कारण वह कट गए हैं। जांच में यदि कोई पात्र मिलेगा तो अवश्य कार्ड बनेगा।

अंजनी कुमार सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी।

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