छुरे और जंजीर से मातम कर हुसेन को किया याद

जागरण संवाददाता फतेहपुर हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों के शहादत की याद में श

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 05:09 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 05:09 PM (IST)
छुरे और जंजीर से मातम कर हुसेन को किया याद
छुरे और जंजीर से मातम कर हुसेन को किया याद

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : हजरत इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों के शहादत की याद में शहर के अलीगंज में चले रहे शहादत पखवाड़ा में अलविदा मुहर्रम के आखिरी अशरा के दिन शिया समुदाय ने हाय हुसैन-हाय हुसैन के अल्फाजों के बीच छुरे व जंजीर से मातम किया। बच्चे, बुजुर्ग और युवाओं के सीनाजनी का खून सड़कों पर बहा। कर्बला-ए-दास्तां की हकीकत को याद कर अकीदतमंदों के आंसू छलकते रहे।

अलीगंज स्थित इमामबाड़े में हुसैनी सदाओं के बीच मौलाना अली अब्बास ने शहादत की दास्तां बयां की। मौलाना कौसर अब्बास व सहारनपुर से आए मौलाना अली हैदर आब्दी और कौसर रिजवी ने हजरत इमाम हुसैन के जीवन पर प्रकाश डाला। अंजुमन व जाफरिया ने नौहाख्वानी कर सीनाजनी की। इस मौके पर सुहैल जाफरी, रजा जाफरी, गजनफर हुसैन, मेंहदी हसन, अमन जाफरी, सदफ अली, शीबू, रफत हुसैन, कौशर हसनैन, समीर हसन, फरहत नकवी, सफदर हुसैन, इब्राहिम हुसैन, जरी हुसैन आदि रहे।

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