..बहुत कर चुके हिदू-मुस्लिम, खुद को अब इंसान बना लो

संस खागा सुल्तानपुर घोष गांव में शनिवार रात आयोजित कवि सम्मेलन एवं मुशायरे में रचनाकारों

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 06:45 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 06:45 PM (IST)
..बहुत कर चुके हिदू-मुस्लिम, खुद को अब इंसान बना लो
..बहुत कर चुके हिदू-मुस्लिम, खुद को अब इंसान बना लो

संस, खागा : सुल्तानपुर घोष गांव में शनिवार रात आयोजित कवि सम्मेलन एवं मुशायरे में रचनाकारों ने काव्य पाठ किया। बीडीसी सदस्य गुलाम नबी के संयोजन में कवि सम्मेलन व मुशायरे का आयोजन किया गया था।

ऐरायां ब्लाक प्रमुख अनुज प्रताप सिंह और मुख्य अतिथि ने कहा, रचनाकार, समाज के मार्गदर्शक होते हैं। उन्होंने रचनाकारों को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। कवि एवं शायर शिवशरण बंधु हथगामी ने पढ़ा-जीवन को आसान बना लो, दुश्मन को मेहमान बना लो, बहुत कर चुके हिदू मुस्लिम, खुद को अब इंसान बना लो। अनुज साहू ने पढ़ा-दिल के दरिया में मोहब्बत की रवानी रखना, हां जरूरी है यहां आंख में पानी रखना। अपनी पहचान बताने की जरूरत क्या है, घर में बस अपने बुजुर्गों की निशानी रखना। नीलेश मौर्य निडर, कवि शिवम हथगामी, अशफाक अहमद, पप्पू शैदा आदि रचानाकारों ने कार्यक्रम में अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। आयोजन में दिलशाद हुसैन, अकबर भाई, सौरभ अवस्थी, आकिब जौहर, गोलू घोसी, जुनेद हक, ऋषि गुप्ता जनसेवक, मोहम्मद शमीम, वसीम घोषी, गोकुल कुमार, विनय शुक्ला, राहुल सिंह आदि रहे।

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