पांच धान खरीद केंद्रों की नहीं हुई बोहनी

जागरण संवाददाता फतेहपुर वर्ष 2021 की धान खरीद में गति नहीं आ पा रही है। मार्केटिग विभ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 11:24 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 11:24 PM (IST)
पांच धान खरीद केंद्रों की नहीं हुई बोहनी
पांच धान खरीद केंद्रों की नहीं हुई बोहनी

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : वर्ष 2021 की धान खरीद में गति नहीं आ पा रही है। मार्केटिग विभाग के खागा मंडी के दो केंद्र, नैफेड के लखनापुर केंद्र, एफसीआई का धाता व पीसीफ के बुदवन केंद्र ऐसे हैं जहां पर लापरवाही चरम पर है। हालात यह हैं कि अभी तक केंद्रों में धान खरीद की बोहनी तक नहीं हो पाई है। केंद्रों में धान न खरीदे जाने का किसान आरोप लगा रहे हैं तो जिम्मेदारों के हाथ कार्रवाई से मानों कांप रहे हैं। अव्यवस्थाओं पर पर्दा डालकर धान खरीद में तेजी लाने की दुहाई दे रहे हैं। निरीक्षण में पहुंचने वाले अफसरों को घेर कर किसान शिकायतें दर्ज करा रहे हैं लेकिन सुनवाई सिफर है।

नवंबर माह बीत रहा है केंद्रों में धान की खरीद की रफ्तार तेज नहीं हो पाई है। धान खरीद केंद्र खुद समस्याओं से जकड़े हुए हैं। धान खरीद के मानकों की पूर्ति नहीं कर पा रहे हैं तो किसान लगातार आरोप लगा रहे हैं। विपणन विभाग ने 18 धान खरीद केंद्रों को बोगस तौल पर नोटिस दी गई हैं। इनके केंद्रों प्रभारियों को धान की तौल में तेजी से लाने हिदायत दी है। इस बार धान खरीद के लिए 81 क्रय केंद्र खोले गए हैं। इनमें 76 केंद्र ऐसे हैं जिनमें धान की खरीद हो रही है। एक नवंबर से शुरू हुई खरीद में अब तक 7254 एमटी तौल हुई है। जिसमें 1342 एमटी की धान मिल में पहुंचा गया है। शेष 6910 एमटी धान खरीद केंद्रों में डंप है। तौल में तेजी नहीं आई तो केंद्र हटेंगे

धान की खरीद में तेजी लाई जाएगी । इसके लिए खरीद एजेंसियों को तौल में तेजी लाने की हिदायत भी दी है गई। उन्होंने दावा किया कि धान की तौल में तेजी आएगी और लापरवाही करने वाले विभागों के केंद्र हटाए जाएंगे। - अविनाश झा, जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी

बरारी, हसवा व भभैचा केंद्र का किया निरीक्षण

सुबह 11 बजे जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी अविनाश झा सबसे पहले बरारी केंद्र पहुंचे। यहां आधे घंटे रुके इसके बाद हसवा व भभैचा केंद्र पहुंचे। जहां पर केंद्र डंप गेहूं की वजह जानी। इस पर धान की तौल का इंतजार कर रहे किसानों ने कहा कि केंद्र प्रभारी किसानों का धान की तौल में पांच से सात किलों प्रति क्विटल की कटौती करके तौल कर लेते हैं नहीं तो धान में नमी बताकर लौटा देते है या फिर धान सूखने के दिन बाद तौल की जाएगी।

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