सुविधाएं बढ़ीं, स्टाफ की कमी रुलाएगी

जागरण संवाददाता फतेहपुर दूसरी लहर में कोरोना मरीजों के उपचार का संकट उत्पन्न हुआ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 12:19 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 12:19 AM (IST)
सुविधाएं बढ़ीं, स्टाफ की कमी रुलाएगी
सुविधाएं बढ़ीं, स्टाफ की कमी रुलाएगी

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: दूसरी लहर में कोरोना मरीजों के उपचार का संकट उत्पन्न हुआ था, निजी अस्पताल बंद थे तो एकमात्र कोविड अस्पताल थरियांव में संचालित किया था। संभावित तीसरी लहर को देखते हुए पांच सरकारी अस्पतालों में कोविड उपचार की सुविधा दी गई है। विडंबना यह है कि सुविधाएं तो बढ़ा दी गई हैं, लेकिन स्टाफ उतना ही जितना पहले काम कर रहा था। इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता है कि जब कोरोना का प्रभाव तेज होगा तो स्टाफ का संकट फिर आंसू निकालेगा।

कोरोना के मरीजों को संभावित तीसरी लहर आने पर भी बेहतर उपचार मिले इसके लिए शासन से प्रशासन तक फिक्रमंद है। जिले के खागा में सौ बेड का, बिदकी में तीस बेड अस्पताल थरियांव के अलावा संचालित किया गया जा चुका है। जबकि जहानाबाद व हथगाम पीएचसी को भी कोरोना उपचार देने के लिए तैयार किया जा रहा है। गंभीर बात यह है कि इन अस्पतालों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की भारी कमी है, साथ ही लैब टेक्नीशियन जैसे पद खाली है। बता दें कि कोरोना की ड्यूटी शिफ्टवार ली जाती है। शिफ्ट का आशय यह है कि अगर कोई कर्मचारी 15 दिन कोरोना ड्यूटी करता है तो उसे अगले दस दिन के लिए घर में क्वारंटाइन कर दिया जाता है। क्वारंटाइन अवधि पूरी करने के बाद उसकी जांच होती है, अगर रिपोर्ट निगेटिव है तो उसे पुन: ड्यूटी में लिया जाता है। अब पांच-पांच अस्पतालों में कोविड उपचार देने के लिए स्टाफ का भारी संकट है।

वेंटिलेटर मौजूद, चलाने वाले नहीं

कोविड अस्पतालों को तैयार तो कर दिया गया है। एलटू अस्पताल में खागा में 12 वेंटिलेटर भी लगा दिए गए हैं। गंभीर बात यह है कि वेंटिलेटर चलाने के लिए आज तक प्रशिक्षित स्टाफ की व्यवस्था नहीं हो पाई है। स्थानीय स्टाफ को ही इसे किसी तरह से चलाने के लिए कहा गया है।

डाक्टरों का भारी संकट

कोविड की तीसरी लहर में सर्वाधिक जरूरत बाल रोग विशेषज्ञों की है। जिलें में यूं तो 155 चिकित्सक हैं लेकिन बाल रोग विशेषज्ञों की संख्या मात्र 20 है। नतीजा कि लहर आने पर डाक्टरों की संख्या भी खूब अखरेगी। क्योंकि एक अस्पताल की एक शिफ्ट में 15 डाक्टरों की जरूरत होगी।

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-हमारे पास जितना स्टाफ है उसी की ड्यूटी चरण बद्ध तरीके से लगाई जाएगी और उन्हीं से काम लिया जाएगा। हमने मंडल से वेंटिलेटर विशेषज्ञ मांगे हैं अगर मंडल से मिलते हैं तो ठीक है अन्यथा यहीं के स्टाफ से काम लिया जाएगा।

राजेंद्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी

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