ऑक्सीजन प्लांट पहुंचीं डीएम, देखे बिल वाउचर
संवाद सूत्र मलवां ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर देश व प्रदेश में हाहाकार मचा है। री-फिलि
संवाद सूत्र, मलवां : ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर देश व प्रदेश में हाहाकार मचा है। री-फिलिंग और आपूर्ति में कालाबाजारी व ओवररेटिग को लेकर जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे सौंरा स्थिति मुरारी एयर प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड का गुरुवार को निरीक्षण किया। रेट लिस्ट देखने के साथ उन्होंने बिल-वाउचर का निरीक्षण किया तो सबकुछ दुरस्त मिला। 12 हजार लीटर वाले ऑक्सीजन री-फिलिंग प्लांट ने प्रशासन को आश्वस्त किया कि जरूरत पर जिले को प्राथमिकता पर ऑक्सीजन देंगे।
मुरारी एयर प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड जिले में वर्षों से ऑक्सीजन री-फिलिंग का कारोबार कर रहा है। संस्था द्वारा जिले के अस्पतालों व औद्योगिक इकाइयों सहित कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव और बांदा के ऑक्सीजन सिलिडरों की री-फिलिंग की जाती है। यह संस्थान राउरकेला, भिलाई, भोपाल, जमशेदपुर जैसे प्लांटों से लिक्वेड ऑक्सीजन मंगाकर अपने यहां भंडारित करता है और फिर इस ऑक्सीजन की री-फिलिंग छोटे सिलिडरों में मांग के अनुरूप करता है। प्लांट के मैनेजर आरके त्रिपाठी ने बताया कि उनके यहां गैस री-फिलिंग का जो रेट पहले तय था उसी रेट पर आज भी ऑक्सीजन रिफिल की जाती है। इसकी बकायदे वह रसीद भी देते हैं। निजी व सरकारी संस्थाओं द्वारा जब भी ऑक्सीजन की मांग की जाती है उनकी गाड़ी खाली सिलिडर लेकर आती और रिफिल कराकर उन्हें मांग वाली जगह तक पहुंचाती है। डीएम ने कहा कि जिले में उपलब्धता बनाए रखे और किसी भी दशा में वह ओवररेटिग न करें। निरीक्षण दौरान जिला अधिकारी के साथ ड्रग इंस्पेक्टर विनयकृष्ण व एएसडीएम आशीष सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। व्यवस्था पर एक नजर
ऑक्सीजन भंडारण क्षमता- 12 हजार लीटर
मौजूद ऑक्सीजन ----------7 हजार लीटर
सप्लाई वाले जिले- फतेहपुर, कानपुर नगर, कानपुर देहाता, बांदा व उन्नाव
ऑक्सीजन मंगाते हैं- भोपाल, जमशेदपुर, भिलाई, राउरकेला
मुख्य प्लांट-----------नोएडा में