थमेंगी बीमारी, गली-गली होगी फागिंग

-दवा छिड़काव व फागिग दल को डीएम ने दिखाई हरी झंडी -जागरूकता के साथ बीमारी रोकथाम क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 11:15 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 11:15 PM (IST)
थमेंगी बीमारी, गली-गली होगी फागिंग
थमेंगी बीमारी, गली-गली होगी फागिंग

-दवा छिड़काव व फागिग दल को डीएम ने दिखाई हरी झंडी

-जागरूकता के साथ बीमारी रोकथाम को होंगी अनेक गतिविधियां

जागरण संवाददाता, फतेहपुर: संचारी रोग एवं दस्तक अभियान के तृतीय चरण का शुभारंभ मंगलवार को डीएम अपूर्वा दुबे ने फागिग वाहन व दवा छिड़काव दल को हरी झंडी दिखाकर व आसमान में गुब्बारे छोड़कर किया। कहा कि बेहतर कार्य कर बीमारी रोंके और लोगों को भी जागरूक करें, तभी अभियान की सार्थकता है।

डीएम ने कहा कि बीमारी तभी रूकेगी, जब जल जमाव, झाड़ी खत्म किया जाए। बीमारी को उत्पन्न करने वाले कारणों को समाप्त किया जाए। बीमारी किसी एक के बूते रोकना संभव नहीं है, लेकिन सामूहिक प्रयास से लड़ाई जीती जा सकती है। आशा बहू व आंगनबाड़ी अभियान को घर-घर तक पहुंचाएं। सीएमओ डा. राजेंद्र सिंह ने गांव/ नगर की सफाई, दवा छिड़काव, फागिग, आदि का कार्यों का रोस्टर प्रस्तुत किया। बताया कि नागरिकों को जागरूक करने के लिए पोस्टर, पम्पलेट भी छपवाकर आशाओं के जरिए बांटे जा रहे हैं। मच्छरों से बचाव, संक्रामक रोगो से बचाव के अन्य उपायों, बुखार होने पर क्या करें , कोराना से बचाव , टीकाकरण की जानकारी भी अभियान के जरिए घर-घर पहुंचाने की बात बताई। डीएम ने दस्तक अभियान के तहत दिमागी बुखार व संचारी रोग रोकने के लिए सभी को शपथ भी दिलाई। कार्यक्रम में सीएमएस डा. प्रभाकर, डा. रेखारानी, जिला उद्यान अधिकारी रामसिंह,कृषि अधिकारी बृजेश सिंह, उप कृषि निदेशक राम मिलन सिंह, ईओ नगर पालिका, आशा-आगनवाड़ी कार्यकर्ता रहे।

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दस्तक में दिमागी बुखार पर जोर

-किसी को भी दिमागी बुखार (नवकी बीमारी )हो सकती है। दिमागी बुखार जानलेवा भी हो सकता है और रोग के उपरांत शारीरिक और मानसिक दिव्यांगता भी आ सकती है । इस बीमारी के सबसे ज्यादा प्रभावित होने का खतरा एक से 15 वर्ष के बच्चों को है। दिमागी बुखार से अपना गांव, क्षेत्र मुक्त करने के लिए पूरा प्रयास करें।

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इन रोगियों की होगी पहचान

-संचारी अभियान के तहत आशा बहू व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाएंगी। कोरोना टीकाकरण, बुखार, कुपोषित बच्चों, इंफ्यूएंजा व सर्दी खांसी के लक्षण वाले रोगियों को चिन्हित कर इसकी जानकारी सीएचसी-पीएचसी पर देंगी। सूचना मिलने पर डाक्टर इन चिन्हित रोगियों को उपचार से जोड़कर बीमारी के प्रभाव को खत्म कराएंगे।

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संचारी अभियान में कौन क्या करेगा

स्वास्थ्य -बीमार चिन्हित करेगा और उपचार प्रदान करेगा।

पशुधन विकास- गांव-गांव सुकर पालकों को संवेदीकृत करेगा।

कृषि विभाग- छछूंदर व चूहों की रोकथाम के लिए अभियान चलाएगा।

उद्यान विभाग- गांव-गांव मच्छर रोधी पौधों का रोपण कराएंगा।

बाल विकास एवं पुष्टाहार-अति कुपोषित बच्चों को पोषण संवर्धन करेगा।

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कब से कब तक चलेगा अभियान

-संचारी रोग नियंत्रण अभियान 19 अक्टूबर से 17 नवंबर 2021 तक ।

- दस्तक अभियान 19 अक्टूबर से 1 नवंबर 2021 तक तक।

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