डीलर्स के पास हाई सिक्योरिटी प्लेट नहीं, भटकते वाहन संचालक

जागरण संवाददाता फतेहपुर एक दिसंबर से हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट अनिवार्य कर देन

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 06:25 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 06:25 PM (IST)
डीलर्स के पास हाई  सिक्योरिटी प्लेट नहीं, भटकते वाहन संचालक
डीलर्स के पास हाई सिक्योरिटी प्लेट नहीं, भटकते वाहन संचालक

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : एक दिसंबर से हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट अनिवार्य कर देने से वाहन संचालक प्लेट लगवाने के लिए चक्कर लगा रहे हैं। अब तक तीन हजार तीन सौ पचास वाहन संचालकों ने आन लाइन आवेदन किए हैं। वाहन एजेंसी संचालक व डीलर्स ने पंद्रह-बीस दिन आगे की तिथि दी है। डीलर्स के पास मौजूदा समय में हाई सिक्योरिटी प्लेट है ही नहीं। डीलर्स प्लेट का शुल्क जमा करके उन्हें 15-20 दिन की आगे की तिथि दे रहे हैं। जनपद में आधा सैकड़ा से अधिक दो पहिया व छोटे चार पहिया वाहनों की एजेंसियां व डीलरशिप हैं। इनके यहां 3 हजार 3 सौ 50 दो व चार पहिया के संचालकों ने हाई सिक्योरिटी प्लेट गाड़ी में लगवाने के लिए आवेदन कर रखा है, लेकिन डीलर्स के पास हाई सिक्योरिटी प्लेट नहीं है। हालांकि डीलर्स ने कंपनी से 20 हजार हाई सिक्योरिटी प्लेट तुंरत मांगे हैं। वाहन डीलर्स का कहना था कि जितने आवेदन आए हैं, उतने हाई सिक्योरिटी प्लेटों की मांग वाहन कंपनियों से गई है।

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शुल्क जमा रसीद भी मान्य

- यदि चार व दो पहिया में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट के लिए कंपनी के डीलर्स के यहां जमा की गई शुल्क की रसीद भी वाहन के चालक देते हैं तो उनके फिटनेस आदि कार्य पूरे कर दिए जाएंगे। यह प्लेट लगने से हादसों में कमी आएगी और किस कंपनी की गाड़ी है, इसका भी पता तुरंत लग जाएगा और वाहन चोरी की वारदातों में भी कमी आएगी।

- अरविद त्रिवेदी, एआरटीओ प्रशासन

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400 से 700 रुपये तक शुल्क

- हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के लिए शासन से कई वाहनों के अलग-अलग शुल्क निर्धारित हैं। दो पहिया वाहन के लिए 400 रुपये, चार पहिया छोटे वाहन के लिए 550 और बड़े वाहन जैसे ट्रक, बस आदि के लिए 700 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है।

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ऐसी होगी नंबर प्लेट

- सात अंकों का यूनिक लेजर कोड व रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज होगा, जो वाहन सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखकर बनाया गया है। नंबर प्लेट एल्मुनियम की बनी है और एक होलोग्राम भी होगा, जो प्रेशर मशीन से लिखा जाता है। प्लेट पर एक तरह का पिन होगा जो वाहन से जुड़ेगा।

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जिले में पंजीकृत वाहन

ट्रक-350

बसे -255

चार पहिया हल्के वाहन - 73 हजार 340

दो पहिया बाइक - 2 लाख 83 हजार

स्कूटर - 22 हजार

स्कूटी - 62 हजार

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