विकास पर करोड़ों खर्च, सड़कें-गंदगी जस की तस

जागरण संवाददाता फतेहपुर विकास के नाम पर करोड़ों रुपये बहाने वाली नगर पालिका पर लोग

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 06:41 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 06:41 PM (IST)
विकास पर करोड़ों खर्च, सड़कें-गंदगी जस की तस
विकास पर करोड़ों खर्च, सड़कें-गंदगी जस की तस

जागरण संवाददाता, फतेहपुर : विकास के नाम पर करोड़ों रुपये बहाने वाली नगर पालिका पर लोगों का आरोप है कि शादीपुर मुहल्ले में विकास के नाम पर छलावा हो रहा है। सफाई के लिए न तो पर्याप्त कर्मचारी हैं और न ही काम दिखाई दे रहा है। गलियों में गंदी सिर चढ़कर बोल रही है तो प्रकाश व्यवस्था औंधे मुंह गिरी पड़ी है। नगर पालिका के दावे जनता को फूटी आंखों नहीं भा रहे हैं। शादीपुर मुहल्ले में सफाई औंधे मुंह गिरी हुई है। सफाई कर्मचारियों की संख्या नगण्य होने के चलते कई कई दिनों तक सफाई नहीं होती है। नाला-नालियों की सिल्ट सफाई तक पालिका की ओर से न कराने से बजबजा रही हैं। मुहल्ले में प्रकाश व्यवस्था बदहाली के दौर से गुजर रही है। लोगों का कहना है कि सभासद भी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। मच्छरों ने जीना मुहाल कर रखा है। एंटी लार्वा दवा छिड़काव और फागिग दिवा स्वप्न दिखाया जा रहा है। वहीं, जगह-जगह पर टूटी सड़कें भी परेशानी दे रही हैं। एक नजर में वार्ड

वार्ड : शादीपुर

मुहल्ला : शादीपुर

आबादी : 2387

प्रमुख समस्याएं : जल निकासी न होना, सड़कों की बदहाली, प्रकाश व्यवस्था धड़ाम।

डिवाइडर युक्त सड़क का वादा झूठा

नगर पालिका परिषद में काबिज बोर्ड ने जिला अस्पताल से लेक शादीपुर क्रासिग तक डिवाइडर युक्त सड़क बनाने की घोषणा की थी। समय बदला तो पालिका के जिम्मेदारों की कार्यशैली और सुर बदल गए। अब डिवाइडर युक्त सड़क पटेल नगर चौराहे तक की बनाई जा रही है। एक किमी सड़क को योजना से बाहर कर दिया गया है। मुहल्ले के यासीन, दिलावल, राकेश कुमार, सोनू कुमार का कहना है कि तांबेश्वर रोड बाद में चयनित हुई और बनकर तैयार हो गयी है। छोड़ी गयी सड़क को लेकर नगर पालिका स्थिति नहीं स्पष्ट कर रही है। न नाला बना न होती सफाई

शादीपुर चौराहे में बने नाले को लेकर नगर पालिका संजीदा नहीं है। गर्मी में जब भी नाला सफाई अभियान चलाया जाता है तो मुख्य रोड की पुलिया की सफाई नहीं होती है। वहीं, एक रेस्टोरेंट के बगल से गुजरे नाले को अभी तक पक्का नहीं बनाया गया है और न ही इस दफा उसकी साफ सफाई की गयी है। इससे प्ले-वे स्कूल के पास जैसे इलाकों में जलभराव की समस्या खड़ी रहती है।

आबादी झेलती है जलभराव का दंश

मुहल्ले की सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है। केवल एक महिला और पुरुष कर्मी के हवाले मुहल्ला है। चारों ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है।

कोटेश्वर शुक्ला चौराहे की पुलिया की कई वर्ष से सफाई नहीं हुई है जिससे वह चोक है। पीछे की आबादी में जलभराव की समस्या खड़ी हो रही है।

संतोष कुमार शुक्ला चौराहे की हाईमास्ट आधे दिन बुझी रहती है तो फिर गलियों का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। सभासदों को 10-15 लाइटें मिलती हैं।

अनिल कुमार गुप्ता नगर पालिका में विकास के नाम पर वार्डों के प्रतिनिधित्व की असमानता है। कहीं ज्यादा तो कहीं विकास ही नहीं हो पा रहा है।

रिपु सूदन सिंह परिहार शासन की ओर से बोर्ड से फंडिग होती है उसके विकास का खाका बैठक में अथवा सभासदों की सहमति पर चेयरमैन तय करती हैं। काम कराना जिम्मेदारी होती है जिसे निभाया जाता है। सफाई और प्रकाश व्यवस्था को लेकर जांच करवाएंगी और समस्याओं का निस्तारण करवाया जाएगा। जहां कहीं भी दिक्कत हो स्थानीय जनता से अपील है कि वह लिखित शिकायत पालिका दफ्तर में करें।

मीरा सिंह, अधिशासी अधिकारी, सदर पालिका

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