विवाद में ठप हो गया स्कूल का निर्माण कार्य
संसजहानाबाद/बिदकी सरकार ने प्राथमिक विद्यालयों को सजाने संवारने के लिए कायाकल्प अभियान चला
संस,जहानाबाद/बिदकी : सरकार ने प्राथमिक विद्यालयों को सजाने संवारने के लिए कायाकल्प अभियान चलाया है। इसमें विद्यालय का शैक्षिक परिवेश सुधारा जाना है। सरकारी मशीनरी कायाकल्प अभियान को लेकर रिपोर्ट भले ही कुछ भी दे रही हो, पर असल हकीकत कुछ और ही है।
विकास खंड अमौली का प्राथमिक विद्यालय बसफरा शासन की मंशा को ठेंगा दिखा रहा है। विद्यालय की चहारदीवारी व शौचालय निर्माण के लिए पांच लाख रुपये का प्रोजेक्ट तैयार किया गया था। इस पर जनवरी माह में चहारदीवारी का निर्माण शुरू हुआ। तीन तरफ से दीवार का निर्माण पूरा हो चुका है। एक तरफ किसान की आपत्ति के बाद निर्माण का काम रोक दिया गया। इसके बाद से अब तक चहारदीवारी अधूरी पड़ी है। इस कारण विद्यालय परिसर में बेसहारा मवेशियों ने डेरा बना लिया है। विद्यालय का शौचालय भी अधूरा पड़ा है।
कोई नहीं दे रहा ध्यान
प्राथमिक विद्यालय बसफरा की प्रधानाध्यापक रुचि सचान ने कहा कि दस माह से निर्माण काम अधूरा पड़ा है। इस कारण दिक्कत हो रही हैं। परिसर में मवेशियों के कारण पौधे भी नहीं लगा पा रही हैं। किचन गार्डेन भी नहीं तैयार हो पा रहा है। कई बार प्रधान और सचिव से बात की पर अब तक चहारदीवारी नहीं बन पाई है। शौचालय अधूरा पड़ा है, स्कूल खुल जाए तो दिक्कत बढ़ जाएगी।
दबंग किसान कर रहा विवाद
प्रधान रमाकांत पाल लेखपाल ने चहारदीवारी बनाने के लिए जहां से पैमाइश की थी, वहां से नींव खोदी गई। दबंग किसान ने नींव को फिर से मिट्टी से भर दिया। दोबारा प्रयास किया तो किसान विवाद पर उतर आया। पांच लाख की लागत से काम होना है, अब भी खाते में रुपये डंप हैं।