हिदायत के बाद भी नहीं सुधरे सीएचसी के हालात
संवाद सहयोगी बिदकी सरकार जहां लाखों रुपये खर्च कर सीएचसी-पीएचसी के हालात बदलने का प्रयास
संवाद सहयोगी, बिदकी : सरकार जहां लाखों रुपये खर्च कर सीएचसी-पीएचसी के हालात बदलने का प्रयास कर रही है। फिर भी आलम यह है कि सीडीओ और एसीएमओ के निरीक्षण और कार्रवाई के बाद भी सुधार नजर नहीं आ रहा है। शौचालय गंदगी से पटे हैं, दुर्गंध के कारण तीमारदार जाना पसंद नहीं करते हैं। वहीं, जीने के रास्ते पर दीवारें पान की पीक से लाल हो चुकी हैं।
कहने को तो सीएचसी में कई जगह दीवारों पर गंदगी फैलाने और थूकने पर जुर्माने का स्लोगन लिखा है। इस पर दो सौ रुपये अर्थ दंड की बात भी दर्ज है। हैरत की बात यह है जहां पर यह स्लोगन दर्ज हैं उसी स्थान पर पान की पीक से दीवार लाल है। सीएचसी में बीमारों और तीमारदारों के लिए बने शौचालय में गंदगी से भरे हैं। यहां पर पान मसाले की पुड़िया के साथ गंदगी दूर तक फैली है। यह हालात तब हैं, जब सीडीओ सत्य प्रकाश और एसीएमओ डा. एसपी जौहरी को निरीक्षण के दौरान गंदगी मिली थी और उन्होंने सुधार की बात कही थी। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. पीवी सिंह ने कहाकि अभी उन्हें चार्ज मिला है। हालात सुधारने का प्रयास कर रहे हैं। गंदगी फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई कराएंगे। सीएचसी में सफाई के हालात नहीं सुधरे तो फिर कार्रवाई होगी। कहा, इसके लिए जिम्मेदार होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। सफाई को लेकर संवेदनहीनता दिखाना ठीक नहीं है।
डा. एसपी जौहरी, एसीएमओ