सरकारी कार्य में बाधा डालने पर संचालक के खिलाफ मुकदमा
संवाद सूत्र धाता मौरंग खदान की जांच दौरान अफसरों का सहयोग न करना और हंगामा कर अफसर
संवाद सूत्र, धाता : मौरंग खदान की जांच दौरान अफसरों का सहयोग न करना और हंगामा कर अफसरों को अपशब्द बोलना सलेमपुर मौरंग खदान को महंगा पड़ गया। रविवार को लेखपाल की तहरीर पर धाता थाने में संचालक मनीष ओझा पर सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का मुकदमा दर्ज हो गया। बता दें कि हंगामा व अपशब्द बोलने का एक वीडियो इंटरनेट में वायरल हुआ था, जिसकी पुष्टि दैनिक जागरण नहीं करता है।
बुधवार को एडीएम लालता प्रसाद के साथ एसडीएम खागा प्रहलाद सिंह, खनिज इंस्पेक्टर अजीत पांडेय तथा थाने का पुलिस फोर्स अचानक खदान पहुंचा था। अधिकारियों के निरीक्षण में खनन कार्य बंद पाया गया। अफसर खदान में मौजूद गहरे गड्ढे व रास्ते में डंप किए गए मौरंग के ढेर, मौरंग खनन में हैवी बूम वाली मशीनों के प्रयोग की पुष्टि कर रहे थे। अधिकारियों ने खदान में मौजूद एक पोकलैंड मशीन सीज कर दी। मशीन सीज करने का खदान संचालक ने पुरजोर विरोध करते हुए अधिकारियों के साथ तीखी नोकझोक की। मामला चार दिनों तक ठंडे बस्ते में पड़ा रहा। रविवार शाम एसडीएम व तहसीलदार, क्षेत्रीय लेखपाल मिथुन शुक्ल के साथ थाने पहुंचे। जहां पर लेखपाल ने तहरीर देते हुए खदान संचालक के खिलाफ अफसरों को अपशब्द कहने व सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कराया। प्रभारी निरीक्षक उपेंद्रनाथ राय ने बताया कि खदान संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। मामले की जांच की जा रही है।