सेना के अदम्य साहस, शौर्य व देशभक्ति का संदेश
जागरण संवाददाता फतेहपुर देश की सीमाओं में चट्टान की तरह तैनात रहने वाले वीर सैनिको
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: देश की सीमाओं में चट्टान की तरह तैनात रहने वाले वीर सैनिकों को नमन किया गया। सर्दी, गर्मी व बारिश की परवाह किए बगैर देश के नागरिकों के कल के लिए अपना आज बलिदान करने वाले वीर सपूतों के अदम्य साहस, शौर्य, पराक्रम व देशभक्ति के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की गई। बाइक रैली निकालकर उनकी वीरता को प्रणाम किया गया। साथ ही पुष्पचक्र समर्पित कर वीर शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
सेना दिवस पर सैनिक संगठनों ने अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया। पूर्व सैनिक सेवा परिषद के तत्वावधान में कलेक्ट्रेट स्थित गांधी मैदान से जनपद के युवाओं व नागरिकों में सेना के प्रति समर्पण, जागरूकता व देशभक्ति का संदेश देने के लिए बाइक रैली निकाली गई। रैली को जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे व पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने दीप प्रज्ज्वलन के बाद हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पूर्व सैनिकों के अलावा एनसीसी कैडेट्स व गणमान्य नागरिकों ने रैली में हिस्सा लिया। रैली पटेल नगर, शादीपुर, हरिहरगंज, राधानगर, शांतीनगर, जीटी रोड सदर अस्पताल, आबूनगर, तांबेश्वर मंदिर, अवंती बाई चौराहा, जयरामनगर चौराहा होते हुए दीप गार्डेन होटल पहुंची। इस दौरान पूर्व सैनिक व एनसीसी कैडेट्स भारत माता के जयकारे लगाते हुए तिरंगा लहरा रहे थे। परिषद के अध्यक्ष रामशरण अवस्थी, कैप्टन आरपी पाल, संतोष द्विवेदी, सुशील कुमार, कोटेश्वर शुक्ल, सदानंद मिश्र, रामनरेश मिश्र, रमेश पटेल आदि रहे।
उधर भूतपूर्व सैनिक उत्थान व लोक कल्याण समिति के तत्वावधान में तांबेश्वर मंदिर में हुए कार्यक्रम का शुभारंभ डीएम, एसपी व पूर्व पुलिस महानिदेशक सूर्यकुमार शुक्ल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। शहीदों को पुष्पचक्र समर्पित कर नमन किया गया। डीएम ने कहा कि देश शहीदों का सदैव ऋणी रहेगा क्योंकि उन्होंने हमारे कल के लिए अपना आज बलिदान कर दिया। समिति के अध्यक्ष विद्याभूषण तिवारी ने कहा कि प्रदेश में फतेहपुर जनपद ऐसा जिला जहां अमर जवान ज्योति प्रज्ज्वलित की जाती है। कृष्णा चौहान, सतीश शर्मा, विजयसेन दुबे, प्रेम सिंह गौतम, अमरबहादुर सिंह, राजकिशोर द्विवेदी, प्रेमसागर शुक्ल, जागृति तिवारी, सरोज शर्मा, मोना शुक्ला, चतुर सिंह, निशा मौर्या, शशिकला द्विवेदी, सुधा मौर्या, विद्यासागर द्विवेदी आदि रहे।