कब्रिस्तान में रोशनी कर गुनाहों की मांगी माफी
जागरण संवाददाता फतेहपुर शब-ए-बरात पर्व में रविवार रात अकीदतमंदों ने कब्रिस्तान व मजारो
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : शब-ए-बरात पर्व में रविवार रात अकीदतमंदों ने कब्रिस्तान व मजारों में पहुंचकर पूर्वजों को याद किया। फातिहा पढ़कर अल्लाह-तआला की इबादत की और गुनाहों से माफी मांगी। मस्जिदों को कुमकुम की झालरों से सजाया गया था जिससे मस्जिद जगमगाते रहे। अकीदतमंदों ने गरीबों की मदद कर उन्हें पेट भर भोजन कराया।
शहर के चौधराना, पीरनपुर, पनी, मसवानी, सैयदवाड़ा, बाकरगंज, आबूनगर, पहाड़ीपुर, सूपा, सनगांव, अंदौली, नासिरपीर, अहमदगंज, घोसियाना, अस्ती, बकंधा आदि के साथ खागा व बिदकी तहसील के मुस्लिम गांवों में शब-ए-बरात में कब्रिस्तानों में फातिहा पढ़कर पूर्वजों को याद किया गया। अकीदतमंदों ने मस्जिदों में पहुंचकर पाक-ए-कुरान पढ़ी और अल्लाह तआला की इबादत की। सुरक्षा की ²ष्टि से जिले भर में पुलिस का सख्त पहरा रहा। काजी-ए-शहर अब्दुल्लाह शहीदुल इस्लाम व शहरकाजी मौलाना कारी फरीदउद्दीन कादरी ने कहा कि रात भर अल्लाह तआला की इबादत कर चांद की 15 तारीख यानि सोमवार के दिन प्रत्येक मुसलमान रोजा रखें। पैगम्बरे इस्लाम के बताए गए रास्तों पर चलकर अच्छा इंसान बनने की प्रेरणा लें। आतिशबाजी से काफी दूर रहें। आपसी भाईचारे के बीच पर्व मनाएं।
घर-घर बना मेवा व सूजी का हलवा
अकीदतमंदों के घरों में पकवान के साथ सूजी, हलवा, मेवा व बेसन का हलुआ बनाया गया। हलवा में ही फातिया पढ़ी गई। महिलाएं रेशमा परवीन, रूही व नीलोफर सदब ने बताया कि घर में ही तरह तरह के पकवान बनाया गया और गरीबों क भरपेट भोजन कराया गया। रात को रोजा रखकर अल्लाह-तआला की इबादत करेंगी।