जउन कराई क्षेत्र का चहुंमुखी विकास, वही पाई वोट हमार
केबी सिंह धाता (फतेहपुर) त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इस बार मतदाता पुरानी गलतियों से सबक ले
केबी सिंह, धाता (फतेहपुर) त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इस बार मतदाता, पुरानी गलतियों से सबक ले रहे हैं। बाहुबल, धनबल व झूठे वायदों के बलबूते विभिन्न पदों पर चुनाव जीतने की मंशा संजोये उम्मीदवारों की उम्मीद पर पानी फिरना तय है। जिला पंचायत, ग्राम पंचायत व क्षेत्र पंचायत की कमान सौंपने से पहले ग्रामीण मतदाता ऐसे योग्य प्रत्याशी का चयन करने में जुट गए हैं। मतदाता भी प्रत्याशी की कुंडली खंगाल कर उसके सामने अपनी समस्याएं रखते हैं। धाता जिला पंचायत सीट अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित है। महिला वोटर भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने से पहले सभी प्रत्याशियों के बारे में ठीक से जानकारी करने से पीछे नहीं हैं।
सोमवार सुबह 10 बजे धाता जिला पंचायत सीट के कारीकान धाता बाजार पहुंचे तो यहां एक दुकान के बाहर रज्जन विश्वकर्मा, मार्कंडेय, अयोध्या प्रसाद, पवन सिंह और बबलू के बीच चुनावी चर्चा छिड़ी थी। रज्जन विश्वकर्मा बोले अरे भइया वोट मांगेन वालेन का तुम्हरे जान से कउनो लेना-देना नहीं आय। उनका मतलब जउने बात से है, बस ओही मा लगे हैं। मार्कंडेय बोले सालन से धाता का कौशांबी का मिलाय जाए का मुद्दा चलत है, चुनाव लड़य वाले या फिर चुनाव जीतय वाले कउनो यहिमा साथ नहीं रहे हैं। अयोध्या प्रसाद बोले घरन की औरतन का नाम रही, कामउना तो मनसेरू करिहैं। अबै चाहै जउन बतावें आगै चलिकै इनहुन का वही हाल होई। सुबह 11 बजे अढ़ौली गांव पहुंचे तो वीरेंद्र सिंह के दरवाजे चार लोग बैठे मिल गए। वीरेंद्र सिंह, शारदा प्रसाद, लल्लू सोनी व अतुल के बीच चुनावी चर्चा जारी थी। वीरेंद्र सिंह ने क्षेत्र को गन्ना मिल दिलाए जाने को लेकर तंज कसा तो चुनावी बहस तेज हो गई। शारदा प्रसाद, लल्लू भी इनके साथ खड़े हो गए। दोनों बोल पड़े कि अरे भइया तुमहू कहां खोए हो। इ नेतवन का नहीं जानत हो का। कहत कुछ अउर हैं, जीतय के बाद करत कुछ अउर हैं। अबकी बार तो हम अइस आदमी चुनकर कुर्सी मा बैठाब जउन क्षेत्र के विकास खातिर कुछ करि सकय। अतुल सोनी भी पढ़े-लिखे योग्य प्रत्याशी के चयन पर हामी भरते दिखाई दिए। साढ़े 11 बजे बगल के गांव भुरचुनी पहुंचे तो यहां पर चुनावी चौपाल सजी थी। दिनेश सिंह, लल्लू पांडेय, लल्लू व राम सिंह के बीच चुनावी चर्चा हो रही थी। ग्रामीणों का कहना था क्षेत्र में बिजली कटौती व अन्ना मवेशियों की समस्या गंभीर बनी हुई है। कई बार जिम्मेदार अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों के सामने समस्या रखी जा चुकी है। दिनेश सिंह बोले चाहे जिला पंचायत हो या फिर ग्राम पंचायत कुछ कर गुजरने वाले व्यक्ति को चुना जाएगा। लल्लू पांडेय बोले भइया चुनाव के समय तमाम लोग आवत हैं, मेर-मेर के वायदा करत हैं, जीतय के बाद शकल नहीं देखावत हैं। हम तो चौबिस घंटा पहिलेन तय करि लेबै कि वोट केहिका देय का है। चर्चा में बैठे सभी ग्रामीणों का यही मत था कि इस बार जात-पात से हटकर विकास कराने वाले व्यक्ति को ही वोट दिया जाएगा।