93 हजार को करना होगा इंतजार, 13,676 को मिलेगी पक्की छत
जागरण संवाददाता फतेहपुर हर गरीब का अपना पक्का मकान हो सरकार की यह मंशा है।
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : हर गरीब का अपना पक्का मकान हो सरकार की यह मंशा है। लेकिन जिले में अब भी 93,724 ऐसे गरीब हैं जिन्हें पक्की छत के लिए इंतजार और करना होगा। मौजूदा वित्तीय वर्ष के लिए शासन ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिले के लिए 13,676 आवास बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसकी पूर्ति 2011 की सामाजिक आर्थिक जनगणना से तैयार गरीबों की सूची से की जाएगी। लाभ वास्तविक गरीब को ही मिले इसके लिए गांव-गांव सत्यापन हो रहा है।
हर ब्लाक में 2011 में तैयार की गई गरीबों की सूची पहले से बनीं रखी है। आवास के लक्ष्य को वर्गवार बांटा जाना है। आवास का लाभ देने के लिए व्यवस्था पूरी तरह से पारदर्शी बनाई गई है। सत्यापन में अगर कोई अपात्र मिलता है तो सत्यापन कर्ता को उसकी अपात्रता का उल्लेख करना होगा। अपात्र घोषित लाभार्थी यदि पात्र होने का दावा करता है तो दोबारा टीम भेजकर उसकी जांच कराई जाएगी। शर्त यह है कि किसी अपात्र को लाभार्थी सूची में न रखा जाए। ग्राम्य विकास अभिकरण ने गरीबों तक आवास पहुंचाने के लिए लाभार्थी सत्यापन की जिम्मेदारी ग्राम सभा के सचिवों को दी है। सचिवों ने अंतिम रूप से सत्यापन करके लाभार्थियों की संख्या ब्लाक में दी जाएगी और 15 जुलाई तक हर ब्लाक में लाभार्थियों को आवास स्वीकृत कर दिए जाएंगे। सेटिग-गेटिग से अछूता नहीं सत्यापन
गरीबों को आवास देना है, और इसका लक्ष्य भी मिल चुका है। लेकिन आवास देने में भी सेटिग-गेटिग चल रही है। जिन लोगों का सूची में नाम मौजूद है, पंचायत सचिव जरिए रोजगार सेवक लाभार्थियों से वसूली कर रहे हैं। पहले अपात्र होने भय दिखाकर सूची से बेदखल करने का भय दिखाया जाता है, जब सेटिग-गेटिग हो जाती है तो लाभार्थी को सत्यापन में सही ठहराया दिया जाता है। सूची में नाम फिर भी इन कारणों से होंगे अपात्र
- अगर सूची में स्थान पाने वाले व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
- सूची में स्थान पाने के बाद पलायन करके दूसरे शहर चले गए हैं।
- पहले मकान कच्चा था, लेकिन अब आपने अपने निजी स्त्रोत से मकान बना लिया है।
- आपने ने शाषी निकाय या राज्य सरकार से हाउसिग स्कीम का लाभ ले चुके हैं। लाभार्थी के रूप क्या लाभ मिलेगा
अगर आपका नाम सूची में है और आप सभी शर्तें पूरी करते हैं तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। आपको लाभ मिलेगा। आपका नाम सचिव द्वारा ऊपर नीचे भी नहीं किया जा सकता है। क्योंकि लाभार्थियों का चयन अवरोही क्रम में होता है। आपको 1.20 लाख की तीन किस्तों में मिलेगी और 90 दिन की मनरेगा मजदूरी भी मिलेगी। इस वर्ष 13,676 गरीबों को पीएम आवास देना है। चयन की पक्रिया शुरू है। पारदर्शी ढंग से चयन किया जाएगा अगर किसी मामले की शिकायत आती है तो जांच कराकर उसका निस्तारण गुण-दोष के आधार पर किया जाएगा।
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- गरीबों की सूची में लक्ष्य पूर्ति के लिए सत्यापन सचिव द्वारा 30 जून तक होना है।
- सत्यापन के बाद सौंपी गई सूची का 15 जुलाई तक स्वीकृत की जाएगी।
- स्वीकृत होने वाले लाभार्थियों को 31 जुलाई तक निर्माण के लिए पहली किस्त मिलेगी।
- 31 अक्टूबर तक सभी लाभार्थियों के आवास पूर्ण कराए जाएंगे।